सोनीपत:सिंघु बॉर्डर हत्याकांड के साथ-साथ एक और मुद्दा पिछले दो दिनों से चर्चा में है. एक निहंग सिख पर आरोप लगा था कि उसने मुर्गा नहीं देने पर एक शख्स की टांग तोड़ दी थी. इस मामले में सोनीपत पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने आरोपी को 1 दिन पुलिस की रिमांड में भेज दिया है. वहीं मेडिकल के दौरान आरोपी ने मीडिया के सामने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को निराधार बताया.
आरोपी निहंग नवीन ने मीडिया के कैमरे के सामने पूरे घटनाक्रम को बताया कि मैंने बैसाखी के दिन अमृत चखा है. उसी दिन में निहंग सरदार बना था. मैं किसान आंदोलन में सेवा दे रहा हूं और मेरी ड्यूटी जाम हटवाने की है. आरोपी ने कहा कि उसका विवाद किसी और मुद्दे पर हुआ था, मुर्गा देने की बात ही नहीं थी. मैंने उस शख्स से कहा था कि वह यहां बीड़ी ना पिए और उसने मेरे गले पर हाथ लगाया, जिस वजह से लड़ाई हुई थी.
आरोपी निहंग ने कहा कि मैंने जब निहंग को कहा कि तुम बीड़ी मत पी, तो उसने गिरेबान पकड़ लिया और आरोपी का कहना है कि कोई किसी के गले पर हाथ लगाएगा तो आदमी गुस्से में कुछ भी कर सकता है, अगर मुझ पर मुर्गे मांगने का आरोप सिद्ध होता है तो मैं जिंदगी भर अपनी शक्ल नहीं दिखाऊंगा. मैं अपनी गर्दन काट लुंगा.