सोनीपत:मानसून से पहले यमुना से लगते इलाकों में तैयारियों का निरीक्षण करने के लिए डीसी ललित सिवाज ने बुधवार को दौरा किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि 80 लाख रुपए की लागत से यमुना क्षेत्र में बाढ़ के हालात से निपटने के लिए ठोकरें लगवाई जाएंगी ताकि गांवों और खेतों को बाढ़ बचाया जा सके. डीसी सिवाज ने कहा कि इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं. इस दौरान वहां मौजूद पत्रकारों ने जब यमुना क्षेत्र में अवैध पुल निर्माण को लेकर उपायुक्त से सवाल किया तो वे भड़क उठे.
यमुना में अवैध तरीके से बनाए गए पुल के सवाल पर भड़के उपायुक्त - सोनीपत में यमुना नदी क्षेत्र में डीसी का दौरा
मानसून से पहले बाढ़ की हालातों से निपटने के लिए जिला उपायुक्त ललित सिवाच ने बुधवार को यमुना क्षेत्र का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि 80 लाख रुपए की लागत से यमुना क्षेत्र में बाढ़ के हालात से निपटने के लिए ठोकरें लगवाई जाएंगी ताकि गांवों और खेतों को बाढ़ से बचाया जा सके.
![यमुना में अवैध तरीके से बनाए गए पुल के सवाल पर भड़के उपायुक्त Yamuna River Area In Sonipat](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-15065332-thumbnail-3x2-ks.jpg)
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए ललित सिवाच ने कहा कि यह दौरा के केवल बाढ़ नियंत्रण करने के लिए है. अप्रैल में सरकार को इसके लिए रिपोर्ट भेज दी गई है. आप क्या पूछना चाह रहे हो. इसके बाद वे सवालों से बचते वहां से निकल गए. बता दें कि हरियाणा सरकार ने यमुना क्षेत्र में खनन के लिए परमिशन दे रखी है. बावजूद इसके आनंद एंड एसोसिएट्स नाम की कंपनी यहां अवैध तरीके से नदी में पुल निर्माण कर खनन कार्य कर रही हैं. कानूनी रूप से गलत होने के चलते सोनीपत सिंचाई विभाग ने माइनिंग कंपनी आनंद एंड एसोसिएट्स के खिलाफ एक मुकदमा दर्ज करवा रखा है.
हरियाणा में हर साल मानसून के समय यमुना, मारकंडा, घग्गर और टांगरी नदी के आसपास के इलाके पूरी तरह जलमग्न हो जाते हैं. पानी भरने से सैकड़ों एकड़ फसलें खराब हो जाती हैं तो वहीं कई इलाकों से लोगों के पलायन तक करना पड़ता है. बारिश से पहले प्रशासन पूरे इंतजाम के लाख दावे करता है लेकिन हर साल मानसून आते ही लोगों की परेशानी बढ़ जाती है.
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