सोनीपत: बरोदा विधानसभा क्षेत्र का उपचुनाव इन दिनों सुर्खियों में है. इस उपचुनाव के रण में प्रदेश के सभी महारथियों ने हिस्सा लिया. चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद से ही सरकार और विपक्ष के सभी नेताओं ने एक ना एक बार बरोदा क्षेत्र की खाक जरूर छानी. नामांकन दाखिल करने के बाद से चुनाव प्रचार थमने तक पूरी सरकार और पूरा विपक्ष बरोदा में जुटा रहा. इस वजह से पूरे प्रदेश में बरोदा का नाम हर जुबां पर चढ़ गया.
उपचुनाव को लेकर प्रचार अभियान की शुरुआत होने के बाद से मुख्यमंत्री मनोहर लाल, उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला सहित अन्य विधायक व मंत्री बरोदा में ही डेरा डाले रहे. दरअसल, बरोदा जीतकर बीजेपी-जेजेपी सरकार जहां अपने कामों पर मुहर लगाना चाहती है और कृषि कानून को लेकर समर्थन दिखाना चाहती है, वहीं कांग्रेस और अन्य दल यहां जीत दर्ज कर सरकार विरोधी माहौल का दावा पुख्ता करना चाहते हैं.
सरकार के मंत्रियों की लगी ड्यूटी
बरोदा उपचुनाव को भाजपा अवसर और चुनौती दोनों रूप में ले रही है. इसलिए उपचुनाव को लेकर भाजपा के सभी मंत्रियों की ड्यूटी बरोदा में लगी दी गई थी. इसके अलावा प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ और संगठन से जुड़े पदाधिकारी भी बरोदा की जनता के बीच रहे. चुनाव प्रचार के अंतिम समय में दो दिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने भी ताबड़तोड़ हलके के 10 गांवों का दौरा किया. केबिनेट मंत्री अनिल विज, कंवर पाल गुर्जर, जेपी दलाल, रणजीत चौटाला, मूलचंद शर्मा, बनवारी लाल, कमलेश ढांडा, संदीप सिंह, अनूप धानक के अलावा सांसद रमेश कौशिक, अरविंद शर्मा और संजय भाटिया ने भी बरोदा में डेरा डाला.
कांग्रेस ने सभी विधायकों को उतारा मैदान में