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किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने बनाई किसान-मजदूर फेडरेशन, किसान आंदोलन को करेंगे मजबूत - गुरनाम सिंह चढूनी किसान मजदूर फेडरेशन

किसान आंदोलन (farmers agitation) को मजबूती देने के लिए भारतीय किसान यूनियन की ओर से बड़ा फैसला लिया गया है. यूनियन की ओर से किसान-मजदूर फेडरेशन (kisan mazdoor federation) का गठन किया गया है.

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भाकियू ने किया किसान-मजदूर फेडरेशन का गठन, किसान आंदोलन को मजबूती देने का दावा

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Published : May 27, 2021, 9:07 PM IST

सोनीपत:किसान आंदोलन को मजबूती देने के लिए किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी की ओर से किसान-मजदूर फेडरेशन (kisan mazdoor federation) बनाया गया है. इस फेडरेशन का ऐलान भारतीय किसान यूनियन के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने किया है. सोनीपत में हुई बैठक के बाद चढूनी ने इसका ऐलान किया है.

चढूनी ने इस फेडरेशन में पंजाब, बिहार, महाराष्ट्र, हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसे प्रदेशों के 38 संगठनों के शामिल होने का दावा किया है. चढ़ूनी ने कहा कि किसान-मजदूर फेडरेशन के जरिए किसान आंदोलन को तो मजबूती मिलेगी ही. साथ ही इसके जरिए देशभर में चल रहे दूसरे आंदोलनों को भी उठाया जाएगा.

किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने बनाई किसान-मजदूर फेडरेशन

संचालन के लिए बनेगी 5 सदस्यीय कमेटी

चढूनी ने कहा कि इस फेडरेशन के जरिए देशभर के सभी किसानों और संगठनों को आंदोलन से जोड़ा जाएगा. इसके संचालन के लिए 5 सदस्यीय कमेटी बनाई जाएगी. गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने ये भी दावा किया है कि किसान-मजदूर फेडरेशन असल में संयुक्त किसान मोर्चे का सहयोगी होगा. किसान-मजदूर फेडरेशन का काम स्थाई होगा. इस आंदोलन के अलावा भी किसी राज्य में कोई संगठन आंदोलन करता है तो उसका भी सहयोग किया जाएगा.

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6 महीनों से जारी किसान आंदोलन

गौरतलब है कि पिछले 6 महीनों से कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के सभी बॉर्डरों पर किसान आंदोलन (farmers agitation) जारी है. आंदोलन को गति देने के लिए किसान आए दिन अनोखे तरीके अपनाते आए हैं.

इसके अलावा किसानों की ओर से अलग-अलग दिवस भी मनाए जाते रहे हैं, लेकिन अब भारतीय किसान यूनियन की ओर से नए फेडरेशन के गठन का ऐलान किया गया है. किसान नेताओं का दावा है कि इस फेडरेशन के जरिए किसानों के आंदोलन को उन दूसरे राज्यों तक पहुंचाया जाएगा. जहां के किसान की भागीदारी इस आंदोलन में कम है.

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