सोनीपत: तीन कृषि कानून की मांग को लेकर किसानों का दिल्ली की सीमाओं पर चल रहा आंदोलन स्थगित हो चुका है, किसान नेता और सरकार के बीच में कुछ मांगों को लेकर शांति बनी थी, लेकिन सरकार अपना रुख अभी तक साफ नहीं कर पा रही है. जिसको लेकर अब किसान सरकार को घेरने के लिए 27 मार्च को गोहाना अनाज मंडी में इकट्ठा हो रहे हैं. इसे किसान महापंचायत (kisan mahapanchayat in sonipat) का नाम दिया जा रहा है. शुक्रवार को यह जानकारी किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी.
तीन कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर किसानों ने दिल्ली की सीमाओं पर करीब 1 साल तक आंदोलन किया, जिसके बाद पिछले साल 9 दिसंबर को सरकार के साथ सहमति बनने के बाद आंदोलन को स्थगित कर दिया. सरकार ने किसानों की मांगों पर सहमति जता दी थी, जिसमें एमएसपी गारंटी कानून पर कमेटी बनाना प्रमुख था. तीन माह बीत जाने के बाद भी सरकार कमेटी का गठन नहीं किया.
अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि मांग पूरी नहीं होने के चलते किसान खफा नजर आ रहे हैं और 27 मार्च को एक बार फिर एमएसपी गारंटी कानून की मांग व अन्य मांगों को लेकर हरियाणा पंजाब और उत्तर प्रदेश के किसान गोहाना की नई अनाज मंडी में एकजुट हो रहे हैं. इस महापंचायत में किसानों की अन्य मांगों पर भी चर्चा की जाएगी, जिनमें भाखड़ा ब्यास डैम पर हरियाणा और पंजाब की भागीदारी खत्म करने की एक मांग प्रमुख रहेगी.