हरियाणा

haryana

ETV Bharat / state

सोहना की अनाज मंडी में कृषि कानूनों के विरोध में महापंचायत का आयोजन - गुरुग्राम न्यूज

कृषि कानूनों के विरोध में सोहना की अनाज मंडी में किसानों ने एक महापंचायत का आयोजन किया. इस महापंचायत में किसानों ने निर्णय लिया कि वो संयुक्त किसान मोर्चा से मिलकर कृषि कानूनों के खिलाफ आवाज उठाएंगे.

kisan mahapanchayat organized in Sohna anaj mandi against agricultural laws
सोहना की अनाजमंडी में कृषि कानूनों के विरोध में महापंचायत का आयोजन

By

Published : Feb 10, 2021, 10:09 PM IST

गुरुग्राम: कृषि कानूनों के विरोध में सोहना की अनाज मंडी में क्षेत्र के किसानों ने एक महापंचायत का आयोजन किया. इस महापंचायत में किसानों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि संयुक्त किसान मोर्चा के साथ मिलकर सोहना में एक कमेटी का गठन किया जाएगा और जो भी आदेश संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से आएगा. उस पर अमल किया जाएगा.

कृषि कानूनों से किसानों को होगा नुकसान

महापंचायत को संबोधित करते हुए अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी सतवीर पहलवान ने कहा कि जो कृषि कानून केंद्र सरकार ने बनाए हैं. वो किसान विरोधी हैं और उनसे किसानों का कोई भी फायदा नहीं है. इसीलिए करीब ढाई महीने से दिल्ली के बॉर्डर पर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार किसान विरोधी सरकार है और इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा.

ये भी पढ़ें:पहले केंद्र सरकार से निपट लें, फिर हरियाणा सरकार से भी निपट लेंगे- वाटर कैनन मोड़ने वाला किसान

कृषि कानूनों के लागू होने से किसानों पर टूट पड़ेगी मुसीबत: देवी सिंह पंवार

पंचायत में आए लोगो को संबोधित करते हुए सर्व कर्मचारी संघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष देवी सिंह पंवार ने पंचायत में अपने विचार रखते हुए कहा कि किसान पहले से ही घाटे में जा रहा है, लेकिन जिस तरीके से कृषि कानून को बनाया गया है. उससे किसान कहीं का भी नहीं रहेगा.

ये भी पढ़ें:योगेंद्र यादव जैसे लोग हैं आंदोलनजीवी, हमें किसानों की चिंता- दिग्विजय

कृषि कानूनों को लेकर घर-घर चलाया जाएगा जागरूकता अभियान

उन्होंने कहा कि हम सबको मिलकर ये लड़ाई लड़नी है और लोगों को घर-घर जाकर इन कृषि कानूनों के बारे में जानकारी देकर जागरूक किया जाएगा. इसके अलावा क्षेत्र के सैकड़ों किसानों ने सरकार द्वारा बनाए गए कृषि कानूनों को लेकर आपत्ति जताते हुए अपने विचार रखे. किसानों ने मांग रखी कि जल्द से जल्द इन कानूनों को वापस किया जाना चाहिए.

ये भी पढ़ें:कानून खत्म करने की जिद नहीं, बातचीत से निकलेगा हल- कटारिया

ABOUT THE AUTHOR

...view details