सोनीपत: राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया लाल और महाराष्ट्र के अमरावती में उमेश कोलहे की हत्या के बाद भड़काऊ बयानबाजी का दौर चल रहा है. इस बीच करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सूरज पाल अम्मू ने इस मामले पर विवादित बयान (suraj pal amu controversial statement) दिया है. दरअसल हरियाणा के सोनीपत जिले के दहिसरा गांव में पृथ्वीराज चौहान के जन्मोत्सव पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जिसमें सूरज पाल अम्मू (suraj pal amu) ने भी शिरकत की थी
करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सूरज पाल अम्मू ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नूपुर शर्मा के बयान का समर्थन (surpal ammu supports nupur sharma) किया और मुस्लिमों को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है. सूरजपाल अम्मू ने कहा कि नुपूर शर्मा के बयान के बाद उदयपुर में कन्हैया लाल और अमरावती में उमेश कोहले की गर्दन काट दी गई. इन दोनों मामलों का हवाला देते हुए अम्मू ने मंच से कई विवादित बयान दिए.
सूरजपाल अम्मू ने नूपुर शर्मा का किया समर्थन, उदयपुर और अमरावती की घटना को लेकर दिया विवादित बयान बीते दिनों नूपुर शर्मा द्वारा टीवी डिबेट के दौरान दिए गए बयान पर को लेकर सुप्रीम कोर्ट के नूपुर शर्मा को टीवी पर माफी मांगने के लिए कहा था. सूरजपाल अम्मू ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर भी सवाल उठाते हुआ कहा कि वो सुप्रीम कोर्ट के जजों की शिकायत राष्ट्रपति से करेंगे. अम्मू ने कहा कि आज हमें डराया जा रहा है लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं.
सूरजपाल अम्मू (suraj pal amu national president karni sena) ने कहा कि हम महात्मा गांधी नहीं हैं, जो एक थप्पड़ खाने के बाद दूसरा गाल आगे कर देंगे. अब हम अन्याय सहन नहीं करेंगे. अम्मू ने कहा कि कुछ लोग हमें जलील करना चाहते हैं. हमें बताना चाहते हैं कि हिंदू जातियों में बंटा हुआ है. सूरजपाल अम्मू ने कहा कि जब 1947 में देश आजाद हुआ, तो धर्म के नाम पर बंटवारा हुआ. अब बंटवारा होने के बाद भी हम लोगों को परेशान किया जा रहा है.
उदयपुर की घटना पर सूरजपाल अम्मू (Karni Sena Chief Suraj Pal Amu) ने कहा कि करणी सेना का तो एक ही नारा है. गर्दन के बदले गर्दन. उन्होंने कहा कि हमारी कोर्ट से हाथ जोड़कर विनती है कि फास्ट ट्रैक कोर्ट में इस मामले को चला कर जल्द से जल्द आरोपियों को फांसी की सजा दी जाए. सूरजपाल अम्मू ने कहा कि करणी सेना इस मामले को लेकर दिल्ली में जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करना चाह रही थी, लेकिन दिल्ली पुलिस ने उन्हें धारा 144 का हवाला देते हुए इसकी अनुमति नहीं दी. पैगंबर मामले पर सुप्रीम कोर्ट नूपुर शर्मा को टीवी पर माफी मांगने के आदेश दिए थे. सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर भी सूरजपाल अम्मू ने आपत्ति जताई. अम्मू ने कहा कि सुप्रीप कोर्ट के जस्टिस की टिप्पणी की शिकायत वो राष्ट्रपति से करेंगे.