सोनीपत:मिर्गी के दौरे के चलते सिविल में भर्ती करवाया गया चोरी का आरोपी गुरुवार को पुलिस को चकमा देते हुए फरार हो गया. भागते वक्त आरोपी पुलिस कर्मियों का सरकारी असलहा भी ले गया था. मामले के सामने आते ही सोनीपत पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था और कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान उठने शुरू हो गए. हालांकि पुलिस ने करीब दस घंटे बाद फरार आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से सरकारी असलहा और 35 जिंदा कारतूस भी बरामद किए गए हैं. फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ में जुटी हुई है.
क्यों फरार हुआ आरोपी- मामले की जानकारी देते हुए डीएसपी वीरेंद्र राव ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद जब उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि नशे की लत की वजह से उसे दौरे पड़ते हैं. इस वजह से वह फरार हुआ था. हालांकि पुलिस अभी आरोपी से पूछताछ में जुटी हुई है.
नशे की लत के चलते अस्पताल में भर्ती बंदी पुलिस को चकमा देकर हुआ था फरार, 10 घंटे बाद ऐसे हुआ गिरफ्तार क्या है मामला- सोनीपत की मुरथल थाना पुलिस ने 24 जून को मोबाइल टावर में बैटरी चोरी करने के आरोप में अंकित नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया था. बीते 27 जून को उसे मिर्गी के दौरे आने लग गए. जिसे देखते हुए जेल प्रशासन ने उसे सोनीपत पुलिस के दो सिपाहियों और एक हवलदार की देखरेख में सोनीपत के सिविल हॉस्पिटल में भर्ती कराया. इस बीच हेड कॉन्स्टेबल बलराज अपनी कार्बाइन मशीन रख करीब 12 बजे पेशाब करने चला गया. इसी दौरान आरोपी अंकित कार्बाइन लेकर हॉस्पिटल से फरार हो गया.
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बता दें कि आरोपी अंकित के खिलाफ पानीपत के आदियाना गांव के रहने वाले संदीप ने पुलिस को 22 जून को शिकायत दी थी. पुलिस को दी शिकायत में उसने बताया कि वह आरएस सिक्योरिटी कंपनी में सुपरवाइजर है. उनकी कंपनी ने इंडस टावर लिमिटेड कंपनी से सिक्योरिटी का काम ले रखा है. इंडस कंपनी का एक टावर भिगान गांव में व दूसरा टावर मुरथल में है. 19 जून को भिगान टावर से गेट का ताला तोड़कर चोर चारदीवारी के अन्दर से बैटरी चोरी करके ले गए. जबकि मुरथल टावर से गेट का ताला तोड़कर काॅपर पावर केबल चोरी करके ले गए. जिसके बाद पुलिस ने जांच करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था.