सोनीपत:किसान हरियाणा में बीजेपी और उसके सहयोगी दलों का विरोध कर रहे हैं. इसी के तहत किसान सीएम मनोहर लाल से लेकर उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला तक का विरोध कर चुके हैं. जहां-जहां विरोध हो रहा है पुलिस वहां-वहां किसानों के खिलाफ मुकदमे दर्ज कर रही है, जिसके चलते किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने सरकार को चेतावनी दी है कि मुकदमे दर्ज कर वो किसानों को ना डराएं.
किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने एक वीडियो जारी कर सरकार को चेतावनी दी कि सरकार नेताओं का विरोध करने पर जगह-जगह किसान और किसान नेताओं पर मुकदमे दर्ज कर रही है. हमारा विरोध शांतिपूर्ण तरीके से और लोकतंत्र के तहत हो रहा है. फिर भी सरकार केस दर्ज कर रही है. अब तो सरकार पढ़ने वाले युवाओं पर भी मुकदमे दर्ज कर रही है.
चढूनी ने हरियाणा सरकार को दी FIR से किसानों को नहीं डराने की चेतावनी चढूनी ने कहा कि हिसार में कुछ लड़कियों पर मुकदमे दर्ज हुए हैं. हम सरकार को चेतावनी देते हैं कि सरकार इन हरकतों से बाज आ जाए. ऐसे आंदोलन टूटने वाला नहीं है. सरकार किसानों को बता दे कि कितने लोगों को कहा आना है और कितने दिन उनको जेल में रहना है. हम सरकार की जेल भी भरेंगे और सरकार के मुकदमे भी झेलेंगे, लेकिन हम अपने मकसद से पीछे नहीं हटने वाले हैं.
ये भी पढ़िए:सरकार ऐसे नहीं मानने वाली, अब है संसद कूच की तैयारी-चढूनी
गुरनाम सिंह चढूनी ने गेहूं खरीद पर बोलते हुए कहा कि सरकार अब मंडियों को खत्म करने की राह पर चल चुकी है और अब ये जरूरी कर दिया गया है कि गेहूं की सारी की सारी पेमेंट किसान के सीधे खाते में आएगी, जबकि होना ये चाहिए था कि पहले तो किसानों से पूछा जाए कि पेमेंट आढ़ती के खाते में दे या फिर उनके खाते में.