सोनीपत: जिले में जहरीली शराब ने अब तक 30 लोगों की जान ले ली है. जिसमें गुमड़ गांव में ही अकेले अब तक पांच लोगों की मौत सिर्फ जहरीली शराब से हुई है. जिसको लेकर ग्रामीणों ने शुक्रवार को सड़क जाम कर रोष प्रदर्शन किया और सरकार से उचित मुआवजे की मांग की है. वहीं ग्रामीणों के प्रदर्शन को देखते हुए गुमड़ गांव में भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है. गुमड़ गांव में मुख्यमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन भी पहुंचे.
दरअसल गुमड़ गांव के ग्रामीण महिला मेडिकल कॉलेज में प्रदीप नाम के युवक के शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए आए हुए थे. उनका कहना है कि प्रदीप की देसी जहरीली शराब पीने से मौत हुई है, लेकिन किसी भी प्रशासनिक अधिकारी ने हमारी कोई भी सुध नहीं ली है. ग्रामीणों ने कहा कि उनके गांव में जहरीली शराब से हुई मौत प्रशासनिक लापरवाही है. इसलिए प्रशासन उनकी मांगों को माने.
ग्रामीणों ने किया सड़क जाम
गुमड़ गांव में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों के बाद ग्रामीणों ने सड़क पर शव रखकर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. ग्रामीणों का कहना है गांव में देसी शराब पीने से ही लोगों की जान गई है. सभी लोग गरीब परिवार से थे, उनके घर कमाने वाला अब कोई नहीं है. जबतक प्रशासन उनको 25 लाख रुपये मुआवजा और एक सरकारी नौकरी नहीं देती. तबतक वो जाम नहीं खोलेंगे.
जहरीली शराब से हुई मौतें प्रशासनिक लापरवाही का नतीजा
मृतक के परिजनों का कहना है जहरीली शराब से हुई मौतें प्रशासनिक लापरवाही का नतीजा है. अगर उन्हें 25 लाख रुपये मुआवजा नहीं दिया गया. तो गन्नौर के विधायक निर्मल चौधरी के निवास स्थान के सामने शव को रखकर वो धरना प्रदर्शन करेंगे.
क्या कहना है पुलिस का?
वहीं इस मामले में पुलिस जांच अधिकारी कुलदीप का कहना है कि अभी तक गांव गुमड़ में चार लोगों की शराब पीने से मौत हो चुकी है, इस संबंध में शिकायत हमें मिली थी कि कुछ लोगों का इलाज पीजीआई रोहतक में चल रहा है. वहीं कुछ लोगों का सोनीपत में निजी हॉस्पिटल में इलाज किया जा रहा है. इस संबंध में नवीन नाम के व्यक्ति के बयान पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.