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सर्वे कर गोहाना की जनता को भूली सरकार! लॉकडाउन के बीच राशन को तरस रहे ग्रामीण - गोहाना आर्य नगर ग्रामीण राशन

गोहाना में ग्रामीणों ने प्रशासन पर अनदेखी के आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि लॉकडाउन के बीच भी गरीब लोगों तक राशन नहीं पहुंच रहा. गोहाना नगर परिषद चेयरमैन ने भी ये मुद्दा खुद उठाया है.

gohana arya nagar villagers did not get ration during coronavirus lockdown
लॉकडाउन के बीच राशन को तरस रहे ग्रामीण

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Published : May 5, 2020, 3:07 PM IST

सोनीपत/गोहानाः कोरोना वायरस महामारी के दौरान गोहाना में आर्य नगर के गरीब लोगों तक अभी भी राशन नहीं पहुंचा है. उनका आरोप है कि कई बार सर्वे करने के बाद भी अधिकारियों का हमारी तरफ कोई ध्यान नहीं है. यहां पर सरकार की तरफ से राशन मुहैया नहीं कराया गया. जिसके कारण उनके खाने की दिक्कत हो रही है.

आर्य नगर के लोगों का कहना है कि हम लोग हर रोज मजदूरी से कमाकर खाने वाले लोग हैं, लेकिन अब हमारे घर में खाने के लिए कुछ नहीं बचा. इसीलिए हम भूख से मर रहे हैं. उनका कहना है कि हमारे पास जो राशन कार्ड है उस पर अभी तक राशन नहीं मिला है. ग्रामीणों की शिकायत पर ईटीवी भारत की टीम ने भी मौके पर पहुंचकर जमीनी हकीकत का जायजा लिया.

आज भी राशन को तरस रहे गोहाना के ग्रामीण

सर्वे के बाद भी नहीं मिला राशन

आर्य नगर निवासी पूजा ने कहा कि लॉकडाउन के कारण हमारा काम बिल्कुल बंद हो चुका है और हमारे जो राशन कार्ड हैं उन पर राशन नहीं मिलता. पूजा ने कहा कि नौकरी वालों की तो सैलरी आ जाएगी लेकिन हम भूखे मरने की कगार पर आ गए हैं. इससे अच्छा तो हमारे लिए शहर खोल देना चाहिए ताकि हम मजदूरी करके पैसे कमा सकें.

जमा पूंजी भी खत्म

वहीं आंचल ने बताया कि प्रशासन द्वारा यहां पर खाना नहीं पहुंच रहा है. जिसके कारण यहां पर सिर्फ चटनी के साथ ही रोटी खाने को मजबूर हो रहे हैं. आंचल का कहना है कि कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन में गुजर बसर के दौरान हमारी जमा पूंजी भी खत्म हो चुकी है.

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चेयरपर्सन ने भी उठाया मुद्दा

बता दें कि गोहाना नगर परिषद चेयरमैन रजनी विरमानी ने कुछ दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया था कि सरकार सर्वे करवा चुकी है और जल्द लोगों तक राशन पहुंचाया जाएगा, लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है. जिसके बाद इस मामले को खुद चेयर पर्सन ने भी उठाया था.

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