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किसान आंदोलन: पीएम मोदी के नाम इस बच्ची का संबोधन सुनकर बड़े-बड़े नेता रह जाएंगे दंग! - sonipat girl speech farmers protest

रिया ने मीडिया कैमरों के सामने पीएम मोदी और नए कृषि कानूनों के खिलाफ भाषण दिया. रिया ने कहा कि किसान हमारे देश की रीड़ की हड्डी हैं और यही टूट गई तो हमारा देश बहुत पीछे चला जाएगा.

farmers protest girl speech
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Published : Jan 7, 2021, 7:49 PM IST

Updated : Jan 7, 2021, 8:08 PM IST

सोनीपत:किसानों के समर्थन में छोटे-छोटे बच्चे भी सामने आने लगे हैं. बच्चे भी किसानों के साथ नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं. ऐसी ही एक बच्ची रिया सोनीपत किसान आंदोलन में पहुंची. रिया तीसरी कक्षा में पढ़ती और पानीपत की रहने वाली है. तीसरी कक्षा में पढ़ने वाली रिया ने अपने भाषण से सभी को दंग कर दिया है.

रिया ने मीडिया कैमरों के सामने पीएम मोदी और नए कृषि कानूनों के खिलाफ भाषण दिया. रिया ने कहा कि किसान हमारे देश की रीड़ की हड्डी हैं और यही टूट गई तो हमारा देश बहुत पीछे चला जाएगा. रिया ने अपने भाषण में कहा कि ये किसान आंदोलन अब जनआंदोलन बन चुका है. यहां सभी लोग आकर बैठ चुके हैं. लेकिन सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ रहा.

बच्ची का भाषण सुनकर बड़े-बड़े नेता रह जाएंगे दंग!

'मोदी 10-10 करोड़ के कपड़े पहनते हैं'

रिया ने कहा कि एक हमारे प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह थे, जिन्होंने फटे हुए कपड़ों को पहनकर शपथ ली थी. क्योंकि उनका मानना था कि किसानों की स्थिति अच्छी नहीं है, इसलिए वो अच्छे कपड़े नहीं पहनेंगे. वहीं दूसरी तरफ अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं. जो 10-10 करोड़ रुपये के कपड़े पहनते हैं.

रिया ने कहा कि आज किसानों की हालत काफी खराब हो चुकी है. आए दिन किसान आत्महत्या कर रहे हैं. सरकार को किसानों के बारे में सोचना चाहिए. अगर किसान नहीं रहेंगे, तो देश को चलाना काफी मुश्किल होगा.

'ऐसा लिखेंगे इतिहास कि पढ़ना मुश्किल होगा'

रिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करते हुए कहा कि किसानों की सभी मांगों को मान लिया जाए. रिया ने कहा कि अगर पीएम हमारी पुकार नहीं सुनेंगे तो जो देश ऊंचाइयों पर जा रहा था वो नीचे आ जाएगा. रिया ने अपनी बात को विराम देते हुए कहा कि किसानों के साथ लड़ना मुश्किल होगा. ऐसा लिखेंगे इतिहास कि पढ़ना मुश्किल होगा.

गौरतलब है कि पिछले 43 दिनों से किसान नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत हैं. 7 जनवरी को किसानों ने ट्रैक्टर परेड निकाली और सरकार को चेतावनी दी कि अगर नए कानून जल्द रद्द नहीं हुए तो 26 जनवरी को राजपथ पर ट्रैक्टर रैली होगी. किसानों का साफ कहना है कि नए कृषि कानून को रद्द करना ही होगा. संशोधन किसी भी तरह का विकल्प नहीं है.

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Last Updated : Jan 7, 2021, 8:08 PM IST

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