सोनीपत: गुरुवार को सोनीपत जिला गोलियों की आवाज से गूंज उठा. अजय उर्फ बिट्टू को पुलिस के ही एक जवान ने जिला कोर्ट के बाहर गोलियों से भून दिया. गंभीर हालत में बिट्टू बदमाश को सिविल अस्पताल से रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया गया. इसी बीच खबर आई खरखौदा के बरोणा गांव से, जहां बिट्टू के पिता कृष्ण पर अज्ञात बदमाशों ने फायरिंग कर दी. कृष्ण की मौके पर ही मौत हो गई.
सोनीपत में लगभग एक ही समय पर हुई दो वारदातों से पुलिस महकमे में हड़कंप का माहौल है. दोनों ही मामले एक दूसरे से जुड़े हुए हैं. वहीं इस समय सवाल पुलिस पर भी उठ रहे हैं. क्योंकि सोनीपत जिला कोर्ट के बाहर बिट्टू पर फायरिंग करने वाला सोनीपत पुलिस का ही जवान महेश है. महेश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ जारी है.
रामकरण गैंग और संदीप बड़वासनी गैंग की हिस्ट्री
संदीप बड़वासनी की हत्या 12 अप्रैल 2016 को गोहाना में संजीत उर्फ बोड़ा के घर हुई थी. बता दें कि संजीत पुलिस वाला था. संदीप की हत्या में संजीत के साथ रामकरण और 27 आरोपी शामिल थे. इस पूरे मामले में संजीत ने आत्महत्या कर ली थी, लेकिन उसका शव आजतक नहीं मिला. ये पुलिस के लिए भी एक पहेली है.
संदीप बड़वासनी की मौत का बदला लेने के लिए उसके शार्प शूटर अजय उर्फ बिट्टू ने सत्यवान गांधार की हत्या रोहतक में की. इसी का बदला लेने के लिए रामकरण काला ने प्लान बनाया. अब हुई वारदात रामकरण के इशारे पर हुई थी.
पुलिस सूत्रों की मानें तो अजय उर्फ बिट्टू की हत्या करने के लिए रामकरण ने महेश (आरोपी पुलिसवाला) को 50 लाख रुपये और एक प्लॉट देने बात कही थी. जिस पिस्तौल से अजय पर गोलियां चलाई गई वो भी रामकरण ने ही महेश को दी थी.