सोनीपत: इस साल भारी बारिश और बाढ़ ने किसानों की कमर तोड़कर रख दी. हरियाणा में बाढ़ से किसानों को काफी ज्यादा नुकसान हुआ है. सोनीपत के बसोदी गांव में बाढ़ की वजह से खेतों में 4 से 5 फीट तक मिट्टी का कटाव हुआ है. किसानों का कहना है कि हरियाणा सरकार ने यमुना में रेत के खनन के लिए टेंडर छोड़ रखे हैं. लेकिन इन्हीं टेंडरों की आड़ में अवैध खनन माफिया भी एक्टिव हैं. उनकी वजह से उनके खेतों में मिट्टी का कटाव हुआ है.
Flood Side Effects in Haryana: बाढ़ से खेतों की मिट्टी कटी, 4 से 5 फीट तक हुए गड्ढे, किसान बोले- नहीं मिली कोई सहायता - अवैध खनन माफिया
मूसलाधार बारिश और बाढ़ ने हरियाणा में जमकर तबाही मचाई है. सोनीपत के बसोदी गांव में बाढ़ की वजह से खेतों में 4 से 5 फीट तक मिट्टी का कटाव हुआ है. जिससे किसानों को काफी नुकसान हुआ है.
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किसानों का कहना है कि उनके खेत दूसरे खेतों में जाकर समा गए हैं. जिसके कारण धान की फसल बर्बाद हो गई है. किसानों के मुताबिक पहले भी वो इस समस्या को जिला उपायुक्त के सामने रख चुके हैं. लेकिन आज तक उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ. किसानों का कहना है कि अवैध खनन की वजह से यमुना से रेत की चोरी किया जाता है. जिससे हरियाणा सरकार को करोड़ों रुपये का चूना लगता है. साथ ही किसानों के खेत भी इससे प्रभावित होते हैं.
किसानों ने बताया कि उन्होंने कई बार अवैध खनन माफिया की शिकायत भी जिला प्रशासन को दी है. लेकिन आला अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है. जिसके कारण किसानों के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है कि वो अपनी फसल और खेत को कैसे बचाए. वहीं, किसानों ने जिला प्रशासन पर भी लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए हैं. किसानों का कहना है कि उनके खेत के आस-पास से 70 फीट मिट्टी उठा ली गई है. अब किसानों ने जिला प्रशासन को चेतावनी दी है कि उनकी इस समस्या का समाधान जल्द नहीं किया तो वे जिला प्रशासन और सरकार के खिलाफ कड़े कदम उठाने में भी पीछे नहीं हटेंगे.
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