सोनीपत: रविवार को गन्नौर में किसान सम्मेलन (kisan sammelan in ganaur) का आयोजन किया गया. इस सम्मेलन में किसानों को ड्रोन के बारे में जानाकारी दी गई. इसमें किसानों को ड्रोन के इस्तेमाल का परीक्षण दिया गया, ताकि किसान ड्रोन के माध्यम से अपने खेतों में कीटनाशक का छिड़काव कर सकें, अपनी फसल का अच्छे से ब्योरा रख सकें और जंगली जानवरों से भी फसलों को बचा सके.
गन्नौर में किसान सम्मेलन का आयोजन, ड्रोन खेती के लिए किसानों को दिया गया प्रशिक्षण - सोनीपत में किसान सम्मेलन
हरियाणा में ड्रोन की खेती (drone farming in haryana) को बढ़ावा देने के लिए प्रदेशभर में किसान सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. इसी कड़ी में सोनीपत के गन्नौर में किसान सम्मेलन का आयोजन किया गया और किसानों को ड्रोन के बारे में जानकारी दी गई.
आपको बता दें कि केंद्र सरकार किसानों की आय को दोगुना करने के लिए अलग-अलग तरह के कार्यक्रम हरियाणा के अलग-अलग जिलों में कर रही है, ताकि किसानों को खेती में कुछ अलग करने का प्रशिक्षण दिया जा सके. सोनीपत से सांसद रमेश कौशिक ने बताया कि खेत में कीटनाशक छिड़काव करने के लिए किसानों को ड्रोन (drone farming in haryana) के इस्तेमाल की विधि सिखाई जा रही है.
उन्होंने कहा कि एक ड्रोन के माध्यम से एक एकड़ खेती में 7 से 8 मिनट में कीटनाशक का छिड़काव किया जा सकता है. इससे किसान को ज्यादा कीटनाशक का इस्तेमाल भी नहीं करना पड़ेगा. साथ ही समय भी कम लगेगा. सांसद ने कहा कि ड्रोन के इस्तेमाल से किसान हाईटेक हो जाएगा. कीटनाशक का छिड़काव हो या फिर फसलों की देखभाल ड्रोन के माध्यम से ये काम आसानी से किए जा सकते हैं. इसलिए हरियाणा के किसानों को ड्रोन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. सांसद ने कहा कि सरकार किसानों को नई-नई तकनीक से रूबरू कराने का प्रयास कर रही है, और नए उपकरणों पर सब्सिडी भी दे रही है. जिससे किसान की आय दोगुनी हो जाएगी.