सोनीपत: केंद्र सरकार द्वारा पारित 3 नए कृषि कानूनों के विरोध में लगातार किसानों का आंदोलन जारी है. वहीं सिंघु बॉर्डर पर किसान अभी भी बैठे हुए हैं. पिछले 2 दिन से रुक-रुक कर बारिश होने के बावजूद इन किसानों के हौंसले बुलंद है और इनका कहना है कि जब तक कृषि कानून रद्द नहीं होते तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.
ईटीवी भारत से हुई बातचीत में इन महिलाओं का कहना था कि चाहे बरसात हो या कड़ाके की ठंड पड़े, हम यहां से नहीं जाने वाली हैं और इस ठंड और बरसात ने हमारे हौंसले को और बढ़ाया हैं. उन्होंने कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए हम हार मानने वाली नहीं है.
वहीं महिला किसानों ने सरकार के साथ हो रही वार्तालाप पर बोलते हुए कहा कि सरकार हमें जानबूझकर तारीख पर तारीख दे रही है, ताकि हमारे हौंसले टूट जाए. उन्होंने कहा कि हम सरकार से कहना चाहते हैं कि वो कितनी भी कोशिश कर ले लेकिन हम हार नहीं मानेंगे और यहां से तभी वापस जाएंगे जब मोदी सरकार कृषि कानून रद्द कर देगी.