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मैं किसानों के हक के लिए और सरकार के जुल्म के खिलाफ आत्महत्या करता हूं- लिखकर संत ने खुद को मारी गोली - किसान मौत ठंड सिंघु बॉर्डर

farmer commit suicide singhu border
farmer commit suicide singhu border

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Published : Dec 16, 2020, 5:53 PM IST

Updated : Dec 17, 2020, 5:20 PM IST

10:55 December 17

संत बाबा रामसिंह का सुसाइड लेटर

संत बाबा रामसिंह का सुसाइड लेटर

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने संत बाबा राम सिंह के निधन पर दुख जताया है. सीएम ने ट्वीट कर लिखा कि संत बाबा रामसिंह जी का निधन संत समाज, देश, राज्य के लिए अपूरणीय क्षति है. 

17:52 December 16

सुनिए पुलिस अधिकारी का बयान

सोनीपत: सिंघु बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ बुधवार को करनाल के संत रामसिंह ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली. संत रामसिंह के पास से सुसाइड नोट भी मिला है. संत रामसिंह करनाल के सिंगडा गांव के गुरुद्वारे में रहते थे. 

गोली लगने के बाद संत रामसिंह को पानीपत के पार्क अस्पताल में इलाज के लाया गया. जहां डॉक्टर्स ने संत रामसिंह को मृत घोषित कर दिया. सोनीपत पुलिस को संत के पास से सुसाइट नोट भी मिला है.

संत ने सुसाइड नोट में क्या लिखा?

किसानों का दुख देखा, अपने हक के लिए सड़कों पर बैठे हैं. बहुत दिल दुखा है. सरकार न्याय नहीं दे रही, जुल्म है. जुल्म करना पाप है, जुल्म सहना भी पाप है. किसी ने किसानों के हक में और जुल्म के खिलाफ कुछ किया, कुछ नहीं किया. कइयों ने सम्मान वापस किये, पुरुस्कार वापस करके रोष जताया. मैं किसानों के हक के लिए और सरकार के जुल्म के खिलाफ आत्महत्या करता हूं. ये जुल्म के खिलाफ आवाज है. ये कीर्ति किसानों के हक में आवाज है. वाहे गुरू जी का खालसा. वाहे गुरू जी की फतेह.

21 दिन से किसानों का प्रदर्शन जारी

बता दें कि 21 दिन से किसान हरियाणा-दिल्ली सिंघु बॉर्डर पर कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं. बढ़ती ठंड की वजह से किसानों की मौत की संख्या भी बढ़ती जा रही है. वहीं बुधवार शाम को करनाल के एक किसान की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. सोनीपत पुलिस मामले की जांच में लगी है.

ये भी पढ़ें- सोनीपत: सिंघु बॉर्डर पर बढ़ती ठंड और हार्ट अटैक से एक और किसान की मौत

अब तक 6 किसानों की हुई मौत

  • बुधवार 16 दिसंबर की सुबह ही पंजाब के पटियाला जिले के रहने वाले पाला नाम के किसान की मौत हुई थी. शुरुआती जांच के मुताबिक बढ़ती ठंड और हार्ट अटैक की वजह से किसान की मौत हुई है.
  • 15 दिसंबर को सिंघु बॉर्डर के उषा टॉवर के सामने एक किसान की मौत हो गई थी. मृतक किसान की पहचान गुरमीत निवासी मोहाली (उम्र 70 साल) के रूप में हुई. खबर है कि हार्ट अटैक की वजह से किसान की मौत हुई है.
  • 15 दिसंबर को की देर रात को करनाल में सड़क हासदा हुआ. जिसमें दिल्ली से धरना देकर लौट रहे दो किसानों की मौत हो गई. इस हादसे में कई किसान घायल भी हो गए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मरने वाले किसानों में एक 24 साल का गुरप्रीत था, जो अपने माता-पिता का इकलौता लड़का था.
  • 14 दिसंबर सोमवार को सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे मक्खन सिंह नाम के किसान की मौत हो गई थी. खबर है कि हार्ट अटैक की वजह से किसान की मौत हुई. मृतक किसान के जानकारों ने सरकार से उनके परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी और आर्थिक सहायता की मांग की है.
  • 6 दिसंबर को सिरसा के कलांवली के कमलजीत नाम के किसान की मौत हो गई. धरने से वापस लौटते समय खुंईयामलकाना टोल के पास उनकी तबीयत बिगड़ गई. परिजनों ने कमलजीत सिंह को तुरंत डबावील के सिलिव अस्पताल में भर्ती करवाया. गंभीर हालत की वजह से डॉक्टरों ने जवाब दे दिया. जिसके बाद उन्हें सिरसा के सिविल अस्पताल लाया गया. जहां किसान ने दम तोड़ दिया.
Last Updated : Dec 17, 2020, 5:20 PM IST

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