सोनीपत:हरियाणा सरकार ने लोगों की सुविधाओं को देखते हुए बसों में 50 यात्रियों के सफर करने अनुमति दी जा चुकी है. इसके साथ ही अब बसों में सफर करने वालों की तादाद में भी इजाफा हो रहा है. लेकिन यात्रियों के सामने एक समस्या अब भी बरकरार है, इन बसों को दिल्ली बस अड्डे तक नहीं ले जाया जा रहा है.
ISBT पर हरियाणा के बसों की नहीं है एंट्री
यात्रियों को बस स्टैंड से 35 किलोमीटर पहले बॉर्डर पर छोड़ा जा रहा है. जिस कारण यात्रियों को यहां से आगे के सफर के लिए खुद सवारी का इंतजाम करना पड़ता है. दिल्ली स्थित आईएसबीटी पर दिल्ली सरकार द्वारा दूसरे राज्यों की बसों पर प्रतिबंध लगाया हुआ है. एहतियातन के तौर पर एक-दूसरे राज्यों में इस तरह के प्रतिबंध जारी हैं. अधिक भीड़ ना हो, इसीलिए इस तरह के कदम अभी भी उठाए जा रहे हैं.
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कर्मबीर सिंह दिल्ली बॉर्डर पर हरियाणा रोडवेज की बसों का संचालन खुद ट्रैफिक मैनेज कर रहे हैं. ट्रैफिक मैनेजर का दावा है कि सरकार के निर्देशों के बाद बसों को बॉर्डर तक ही चलाया जा रहा है और आगे के इंतजाम दिल्ली सरकार द्वारा किये हुए हैं. उन्होंने कहा कि बसों को सैनिटाइज किया जाता है और यात्रियों को मास्क पहनना भी अनिवार्य है.
कर्मबीर सिंह ने कहा किजो यात्री मास्क नहीं पहनते उनके चालान किये जा रहे हैं. पहले सरकार ने बसों में 25 यात्रियों के सफर करने के निर्देश दिए थे, जिसके बाद अब 50 यात्रियों के सफर की अनुमति दी हुई है. इस तरह से यात्रियों की तादाद में भी इजाफा होने से परिवहन विभाग की इनकम भी बढ़ने लगा है.
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