सोनीपत:खरखौदा शराब घोटाले में मुख्य आरोपी बर्खास्त इंस्पेक्टर जसबीर सहित चार को भगोड़ा घोषित कर दिया गया है. न्यायालय ने इनको दो महीने से फरार रहने के चलते भगोड़ा घोषित किया है. अब एसआइटी इन पर इनाम घोषित कराने और इनकी संपत्ति अटैच कराने की प्रक्रिया शुरू करेगी. वहीं मुख्य आरोपियों में से एक आबकारी विभाग के पूर्व अनुबंधित कर्मचारी सुनील की अग्रिम जमानत न्यायालय ने स्वीकार कर ली है.
खरखौदा में शराब गोदाम से करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये की शराब चोरी करके लॉकडाउन के दौरान बेच दी गई थी. इसके मुख्य आरोपी गोदाम का मालिक भूपेंद्र और खरखौदा के एसएचओ जसबीर सिंह हैं. इस मामले में खरखौदा थाने में तीन एफआइआर दर्ज की गई थीं.
इनमें भूपेंद्र, उसका भाई जितेंद्र और दो अन्य साथी, खरखौदा एसएचओ जसबीर सिंह और अरुण कुमार सहित 15 पुलिसकर्मी नामजद थे. इस मामले की जांच प्रदेश स्तरीय एसईटी, मंडल स्तरीय एसआईटी और खरखौदा पुलिस कर रही है. रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी भूपेंद्र और खरखौदा थाने के एक एएसआई जयपाल को गिरफ्तार कर लिया था और अन्य आरोपी फरार चल रहे हैं.
इनकी गिरफ्तारी के लिए तीन दिन पहले ही आइजी ने प्राथमिकता सूची जारी की थी. उसके आधार पर पुलिस ने आरोपियों के फरार होने की जानकारी सोमवार को न्यायालय को दी. न्यायालय ने इनमें से चार को भगोड़ा घोषित कर दिया है. एसआईटी के अनुसार अब इनकी संपत्ति अटैच करने और इनाम घोषित करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
सुनील की अग्रिम जमानत स्वीकृत