सोनीपत: किसानों की समस्याओं को कम करते हुए आमदनी बढ़ाने के लिए गठित किये जा रहे किसानों के समूहों (एफपीओ) की समीक्षा करते हुए कनाडा की कृषि मंत्री मैरी क्लॉड बायबॉ और हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने दोनों देशों मेंं खेती और किसानों के विकास के लिए आपसी सहयोग बढ़ाने पर बल दिया. रविवार को सोनीपत में हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल के साथ बैठक के दौरान कनाडा की कृषि मंत्री मैरी क्लॉड बायबॉ ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था की मजबूती में कृषि का विशेष योगदान है. इसलिए कृषि क्षेत्र को और अधिक विकसित करने के लिए निरंतर प्रयास जारी रहेंगे.
ये भी पढ़ें:सोनीपत में एशिया की सबसे बड़ी फल, फूल एवं बागवानी मंडी, फ्रांस की इस मार्केट की तर्ज पर होगा निर्माण
सोनीपत में खेवड़ा गांव में कनाडा की कृषि मंत्री का स्वागत: कनाडा की कृषि मंत्री के नेतृत्व में कनाडा के प्रतिनिधिमंडल ने सोनीपत में खेवड़ा गांव का दौरा किया. इस दौरान कनाडा से मंगवाई गई कृषि उपकरणों में शामिल सुपर सीडर मशीन का प्रदर्शन भी किया गया, जिस पर दोनों कृषि मंत्रियों ने विस्तृत चर्चा की. उन्होंने प्रदर्शन के दौरान ट्रैक्टर पर चढ़कर मशीन की प्रायोगिक जांच भी की. उन्होंने कहा कि इससे खेती में फायदा होगा. बीज रोपण के साथ किसान खाद का प्रयोग भी एक साथ कर सकेंगे. इससे खाद की बर्बादी नहीं होगी और किसानों को अतिरिक्त खर्च से निजात मिलेगी.
किसानों की आमदनी बढ़ाने पर जोर: इस दौरान खेवड़ा के एफपीओ के बैनर तले किसान संवाद का आयोजन भी किया गया. कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि हरियाणा विकासशील प्रदेश है, जिसमें कृषि क्षेत्र के विकास की अपार संभावनाएं हैं. उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर गन्नौर में विकसित की जा रही भारतीय अंतरराष्ट्रीय बागवानी मंडी की भी विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने कहा कि मंडी की सहायता से किसानों की आमदनी को बढ़ाया जा सकेगा. मंडी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगी.
हरियाणा दौरे पर कनाडा की कृषि मंत्री मैरी क्लॉड बायबॉ.
ये भी पढ़ें:परंपरागत खेती छोड़ अपनाई आधुनिक खेती, आज 40 लोगों को रोजगार देने के साथ कमा रहे लाखों रुपये
'कनाडा और भारत कृषि क्षेत्र में सुपर पावर': साथ ही उन्होंने कहा कि कनाडा, जापान, इजरायल और यूके आदि देशों के साथ भारत के संबंधों का लाभ कृषि क्षेत्र को मजबूत करने के लिए तकनीकी सहायता के रूप में प्राप्त होगा. वहीं, किसानों के साथ सीधा संवाद करते हुए कनाडा की कृषि मंत्री मैरी क्लॉड बायबॉ ने कहा कि यह उनका पहला भारत दौरा है, जिसमें वे विशेष रूप से कृषि व इससे जुड़े कार्यों इत्यादि का अध्ययन कर रही हैं. आज के दौर में कनाडा और भारत कृषि क्षेत्र की सुपर पावर हैं. दोनों ही बड़े लोकतांत्रिक देश हैं, जिनकी अर्थव्यवस्था विशेष रूप से कृषि पर निर्भर करती है. उन्होंने विश्वास जताया कि दोनों देशों में परस्पर सहयोग बढ़ेगा, जिसमें कृषि की विशेष भूमिका रहेगी. साथ ही कृषि की नवीनतम एवं अत्याधुनिक तकनीकों का आदान-प्रदान भी किया जाएगा.