हरियाणा

haryana

ETV Bharat / state

दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर कड़ी सुरक्षा, BSF और दिल्ली पुलिस के जवान तैनात

किसानों के 'दिल्ली चलो' प्रदर्शन को रोकने के लिए सिंघु बॉर्डर पर भारी संख्या में बीएसएफ और दिल्ली पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं. इसके अलावा दिल्ली-फरीदाबाद सीमा पर सुरक्षा तैनात बल के जवानों के तैनात किया गया. यहां पर सीआरपीएफ की 3 टीमें, 2-3 पुलिस स्टेशनों से पुलिस बल और होमगार्ड जवान तैनात हैं.

bsf and delhi police personnel deployed in large numbers at sindhu border
सिंधु बॉर्डर पर कड़ी सुरक्षा, भारी संख्या में BSF और दिल्ली पुलिस के जवान तैनात

By

Published : Nov 26, 2020, 12:22 PM IST

सोनीपतःकेन्द्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में अंबाला-पटियाला बॉर्डर पर किसानों और पुलिस में टकराव जारी है. जिसके बाद पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज भी किया है. किसान अब अपने ट्रैक्टर पर चढ़कर जबरन आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं और लगातार नारेबाजी कर रहे हैं. इसको देखते हुए दिल्ली और हरियाणा के बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है.

सिंघु बॉर्डर पर कड़ी सुरक्षा

किसानों के 'दिल्ली चलो' विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर सिंधु बॉर्डर (हरियाणा-दिल्ली सीमा) पर बड़ी संख्या में सुरक्षाबल की तैनाती की गई है. किसानों को रोकने के लिए बैरिकेडिंग भी की गई है. बता दें कि पंजाब, ​हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान के किसान संगठनों ने 26 और 27 नवंबर को दिल्ली में आंदोलन का आह्वान किया है. पहले इस आंदोलन को दिल्ली पुलिस ने अनुमति दी थी, लेकिन कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद अब अनुमति निरस्त कर दी गई है.

दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर कड़ी सुरक्षा

किसानों को नो एंट्री!

हरियाणा और पंजाब के किसानों ने 26 नवंबर को दिल्ली में कृषि कानूनों के खिलाफ एक बड़ा विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया था, लेकिन हरियाणा पुलिस और दिल्ली पुलिस किसानों को किसी भी सूरत में दिल्ली में घुसने नहीं देना चाहती. जिसके चलते दिल्ली सिंघु बॉर्डर पर भारी पुलिस बल की तैनाती और व्यवस्था के जवानों को तैनात कर दिए गए हैं. सिंधु बॉर्डर पर हर एक वाहन की चेकिंग की जा रही है.

ये भी पढ़ेंःLIVE: पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर किसानों ने पुलिस पर पत्थर फेंके

वाहनों की चेकिंग

सिंघु बॉर्डर पर चेकिंग के बाद ही वाहनों को दिल्ली में एंट्री दी जा रही है, ताकि दिल्ली में किसान किसी भी सूरत में एंट्री ना कर सके. और ना ही कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में प्रदर्शन हो सके. बता दें पटियाला-अंबाला हाइवे पर किसानों को रोकने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया, साथ ही किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़े गए. जिसके बाद किसानों ने बैरिकेडिंग को ही नदी में फेंक दिया है. हालांकि बिगड़ती हुई स्थिति के बीच RAF को बुलाया गया.

ABOUT THE AUTHOR

...view details