सोनीपत: कृषि आंदोलन लगातार जारी है. कृषि आंदोलन के समर्थन में विधानसभा से अपना इस्तीफा दे चुके इंडियन नेशनल लोकदल के महासचिव अभय चौटाला ने बॉर्डर पर कांटेदार तार और नुकीले सरिया लगाने के मामले में सरकार पर तंज कसा है.
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि हमनें ये तो देखा था कि दूसरे मुल्कों से लगती सीमा पर कांटेदार तार और दीवारें भी बनाई जाती हैं, लेकिन हैरान करने वाली बात है जिस दिल्ली का मालिक किसान है उसको रोकने के लिए कांटेदार तारें और दीवारें बनाई गई हैं.
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उन्होंने कहा कि एक तरफ तो सरकार कहती है कि हम किसानों के हितेषी हैं, लेकिन वही सरकार कृषि के काले कानून बनाती है. आज किसान अपने परिवार के साथ और परिवार को छोड़कर कृषि कानून को वापस कराने के लिए सड़कों पर बैठा है. इससे जाहिर है कि सरकार किसान हितेषी नहीं है.
गौरतलब है कि दिल्ली-हरियाणा की सीमाओं पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है. गाजीपुर समेत दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर बड़ी संख्या में किसान पहुंच रहे हैं. ऐसे में पुलिस, प्रशासन ने बॉर्डर को किले में तब्दील कर दिया है. बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है. इसके साथ ही किसानों को रोकने के लिए बैरिकेडिंग्स की गई हैं साथ ही नुकीले और कटीले तार भी लगाए गए हैं.
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