सोनीपत: चैरिटेबल ट्रस्ट की मेहनत के चलते 12 साल बाद एक परिवार को उसका सदस्य मिल गया है.
जानकारी के मुताबिक, 12 साल पहले सड़कों पर भटकते हुए एक भिखारी सोनीपत पहुंचा था. उसके बाद जितेंद्र जोकि कोशिश चैरिटेबल ट्रस्ट चलाते हैं. उन्होंने मुरलीधर को अपने पास रख लिया और उसे खाने-पीने और रहने के लिए जगह दी, करीब 9 साल बाद मुरलीधर ने एक कागज के टुकड़े पर अपने घर का पता लिख दिया.