सिरसा: जिला परिषद चुनावों के परिणाम आए 4 दिन हो चुके हैं लेकिन चेयरमैन (Zilla Parishad chairman in Sirsa) किस पार्टी का होगा इस पर पेच अभी भी फंसा हुआ है. इनेलो महासचिव के आम आदमी पार्टी के सहयोग से अपना चेयरमैन बनाने के दावे की आप पार्टी ने हवा निकाल दी है. आप नेता किसी भी सूरत में इनेलो को समर्थन देने से इनकार कर रहे हैं, वहीं बीजेपी (BJP) ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं. सिरसा जिला परिषद में किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिलने के कारण यहां चेयरमैनशिप की लड़ाई दिलचस्प मोड़ पर पहुंच गई है. सिरसा के चेयरमैन पद को लेकर सियासी दांव-पेच शुरू हो गए हैं, चेयरमैन किसका होगा, इसकी तस्वीर साफ होने में अभी कुछ दिन और लग सकते हैं.
जिला परिषद चुनावों के परिणाम आए आज चार दिन हो चुके हैं। सिरसा में किसी भी दल को जिला परिषद में पूर्ण बहुमत नहीं मिला है. बहुमत का जादुई आकड़ा जुटाने का सभी राजनीतिक दल दावे कर रहे हैं. आप को बता दें कि सिरसा जिला परिषद में कुल 24 वार्ड हैं, जिनमें से 10 वार्डों में इनेलो के पार्षद विजयी हुए हैं. वहीं आम आदमी पार्टी के भी 6 पार्षद विजयी हुए हैं. भाजपा समर्थित तीन, कांग्रेस समर्थित 2, जेजेपी समर्थित 1 और दो निर्दलीय प्रत्याशियों की जीत हुई है.
जिला परिषद में किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है, यानि किसी दल के पास 13 पार्षद नहीं हैं. इनेलो सबसे ज्यादा 10 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी है. इनेलो के विधायक अभय सिंह चौटाला ने दावा किया था कि जिला परिषद चेयरमैन उनकी पार्टी से होगा. इसके लिए वे वे आम आदमी पार्टी का समर्थन (inld and aap alliance in haryana) ले सकते हैं. यदि ऐसा संभव नहीं हुआ तो दूसरे विकल्पों पर भी विचार किया जा सकता है. इनेलो के इस दावे पर आम आदमी पार्टी ने प्रश्नचिह्न लगा दिया है. इनेलो महासचिव अभय सिंह चौटाला ने चुनाव परिणाम आने के बाद दावा किया था कि जिला परिषद का चेयरमैन इनेलो का होगा.