सिरसा: सुबह से हो रही बारिश ने किसानों की मुसीबतों को बढ़ा दिया है. सिरसा में गेहूं की बिक्री के लिए 186 सेंटर बने हैं. उनमें से कई सेंटर ऐसे हैं. जहां पर फसल रखने की जगह पर कोई सेड नहीं है. इन सेंटरों पर बारिश की वजह से गेहूं की फसल भीग रही है.
सिरसा में अधिकारियों की लापरवाही ने बढ़ाई किसानों की परेशानी गेहूं को ढकने के लिए प्रशासन की तरफ से कोई इंतजाम नही किए गए हैं. किसान ही अपने स्तर पर त्रिपाल से ढक कर अपनी फसलों को बचाने की कोशिशों में लगे हुए हैं.
किसानों का कहना है कि यहां प्रशासन की तरफ से बारिश से बचाव के लिए कोई खास इंतजाम नहीं किए गए हैं. फसल की खरीद और उसके उठान में हो रही देरी की वजह से भी उनकी फसल बारिश में भीग रही है.
उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि फसलों का उठान जल्द से जल्द किया जाए. जिससे किसानों का नुकसान न हो. आढ़तियों को भी इससे काफी नुकसान हो रहा है क्योंकि उन्होंने जो फसल खरीद ली है उसको मंडी से अभी तक उठाया नहीं गया और फसलों से भरी उनकी बोरियां भीग गयी हैं. उनका कहना है फिलहाल बारिश कम है तो नुकसान कम है अगर बारिश ज्यादा हो जाती है तो उनका भारी नुकसान होगा.
लेबर का कहना है कि प्रशासन की तरफ से बारिश से बचाव के कुछ इंतजाम न होने की वजह से उनका काम डबल हो गया है क्योंकि जो बोरियां उन्होंने भरी है उन्हें उनको फिर से निकाल कर सुखाकर भरना होगा.
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