सिरसा: हरियाणा के किसानों की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रहीं. एक तरफ बेमौसम बारिश की वजह से उनकी गेहूं और सरसों की फसल बर्बाद हो चुकी है तो दूसरी तरफ मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल नहीं चलने से उनकी परेशानी दोगुनी हो गई है. दरअसल हरियाणा सरकार ने बारिश और ओलावृष्टि से खराब फसलों की विशेष गिरदावरी के आदेश दिए हैं. इसके लिए किसानों को 72 घंटे के अंदर मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाना जरूरी है.
सिरसा जिला प्रशासन ने इस पोर्टल को 10 अप्रैल तक खोल रखा है, लेकिन किसानों को कहना है कि वो इस पोर्टल पर पंजीकरण नहीं करवा पा रहे हैं, क्योंकि पोर्टल बंद है. इस शिकायत को लेकर किसान सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने को मजबूर हैं. किसानों का कहना है कि वो पोर्टल नहीं खुलने से खराब फसलों की रिपोर्ट दर्ज नहीं करवा पा रहे हैं. जिस वजह से किसानों की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं.
किसानों ने सरकार से मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल को जल्द दुरुस्त करने की मांग की है. किसान नेता लखविंदर सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन ने सिरसा जिला में 71 गांवों की फसलों के खराब होने की रिपोर्ट तैयार की है, लेकिन सिरसा जिला में करीब 150 गांवों में किसानों की फसल खराब हुई है. लखविंदर सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन जल्द से जल्द सही रिपोर्ट तैयार करे और जो गांव जिला प्रशासन की रिपोर्ट में नहीं शामिल हुए हैं, उन्हें भी जल्द से जल्द शामिल करें.
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इसके अलावा लखविंदर सिंह ने बताया कि सिरसा जिला में करीब 41000 क्विंटल गेहूं की खरीद हुई है, लेकिन पोर्टल सिर्फ 11 हजार क्विंटल ही गेहूं की सरकारी खरीद हुई है. किसान लखविंदर सिंह ने सरकार से मांग की है कि सरकार जल्द से जल्द सरसों की सरकारी खरीद ज्यादा से ज्यादा करें, क्योंकि प्राइवेट कंपनियां किसानों की सरसों की फसल MSP से कम दाम में खरीद रही है. जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान हो रहा है.