सिरसा: पिछले 21 दिनों से लगातार पेट्रोल, डीजल के दाम बढ़ रहे हैं. शनिवार को पेट्रोल 25 पैसे महंगा हुआ, वहीं डीजल की कीमत में 21 पैसे का इजाफा हुआ है. पेट्रोल की कीमत 80.13 रुपये से बढ़कर 80.38 प्रति लीटर हो गई है. वहीं डीजल 80.40 रुपये प्रति लीटर हो गया है. पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी से सब्जी और फल बाजारों में बिक्री प्रभावित होती है.
7 जून से बढ़ रहे हैं पेट्रोल-डीजल के दाम
तेल कंपनियों ने मई 2017 से पेट्रोल, डीजल के दाम दैनिक आधार पर अंतरराष्ट्रीय मूल्य के अनुरूप संशोधन की शुरुआत की थी. कंपनियों ने 7 जून के बाद से पेट्रोल, डीजल के दाम में दैनिक संशोधन का काम फिर शुरू किया है. इससे पहले मार्च 2020 के बीच में इसे रोक दिया गया था. 7 जून से पहले करीब 82 दिन तक दाम में कोई बदलाव नहीं किया गया था.
21वें दिन भी तेल के दाम में तेजी पिछले 21 दिनों में 9.12 रुपये मंहगा हुआ पेट्रोल
बता दें कि हर रोज सुबह 6 बजे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है. सुबह 6 बजे से ही नई रेट लागू हो जाती हैं. पिछले 21 दिनों में डीजल कीमतों में 10.90 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी हुई है. वहीं 18 बार में पेट्रोल के दाम 9.12 रुपये प्रति लीटर बढ़ाए गए हैं.
आज सिरसा में पेट्रोल 79 रुपये 39 पैसे और डीजल 73 रुपये 38 पैसे के हिसाब से मिल रहा है. बढ़ते पेट्रोल डीजल के दामों से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है. लोगों का कहना है कि एक तो बाजार में काम धंधा नहीं है, ऊपर से पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ रहे हैं.
कैसे तय होती है तेल की कीमत?
विदेशी मुद्रा के अंतर के साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल (क्रूड ऑयल) की कीमतें क्या हैं, इस आधार पर रोज पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है. इन्हीं मानकों के आधार पर रोज पेट्रोल रेट और डीजल रेट तय करने का काम तेल कंपनियां करती हैं. ये डीलर पेट्रोल पंप चलाने वाले लोग हैं. वो खुद को खुदरा कीमतों पर उपभोक्ताओं के अंत में करों और अपने स्वयं के मार्जिन जोड़ने के बाद पेट्रोल बेचते हैं. पेट्रोल रेट और डीजल रेट में यह कॉस्ट भी जुड़ती है.
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बता दें कि भारत में तेल के दामों में उस समय बढ़ोतरी हो रही है जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में नरमी है, इसके बावजूद तेल कंपनियां अपना मार्जिन सुधारने के लिए कीमतें बढ़ा रही हैं. पेट्रोल-डीजल राज्य और केंद्र सरकारों के लिए कमाई के मोटे स्रोत होते हैं. दूसरी तरफ, पेट्रोलियम कंपनियां तो कारोबार ही मुनाफे के लिए कर रही हैं. तो वो भला कमाई क्यों न करें, तो इसीलिए पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ते जा रहे हैं.