सिरसा:राम रहीम का डेरा सच्चा सौदा सिरसा एक बार फिर सवालों के घेरे में है. इस बार डेरे में हुई शादियों पर सवाल उठ रहा है. बठिंडा की सिविल कोर्ट में दायर एक मामले में कोर्ट ने डेरा सिरसा को 2 अगस्त के लिए समन जारी किया है. यह समन तब जारी किया गया था जब एक व्यक्ति ने सिरसा डेरा में दिल जोड़ माला के साथ हुई शादी को चैलेंज किया है.
पहले समझिये पूरा मामला क्या है- पंजाब के बठिंडा के रहने वाले एक व्यक्ति की शादी एक महिला के साथ सिरसा के डेरा सच्चा में हुई थी. पति-पत्नी का रिश्ता फिलहाल ठीक नहीं चल रहा था. महिला ने अपने पति के ऊपर घरेलू हिंसा का भी केस किया हुआ है. आरोप है कि ये व्यक्ति बठिंडा में दूसरी शादी कर रहा है. इसीलिए पहली कथित पत्नी (जिसकी शादी डेरा में हुई थी) ने व्यक्ति के खिलाफ दूसरी शादी को गैर कानूनी बताते हुए केस किया है. महिला के केस के खिलाफ जिस व्यक्ति ने दोबारा शादी कर ली है उसका कहना है कि जो शादी डेरा में हुई थी वो कानूनी रूप से मान्य नहीं है. क्योंकि ये शादी दिल जोड़ माला के तहत हुई थी. इसमें कोई भी कानूनी प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया है.
सिरसा डेरा दिल जोड़ शादी क्या है- डेरा सच्चा सौदा की परंपरा के अनुसार, दिल जोड़ माला नामक माला का आदान-प्रदान करके विवाह होता है. इस कार्यक्रम के तहत अमीर हो या गरीब, सभी सामाजिक वर्गों में सफल शादियां हो रही हैं. इस कार्यक्रम के तहत युवा विधवाओं के पुनर्विवाह को भी प्रोत्साहित किया जाता है. डेरा सच्चा सौदा में दिल जोड़ माला की परपंरा डेरा प्रमुख राम रहीम के समय से है. जब डेरा प्रमुख राम रहीम डेरे में होता था तो सत्संग वाले दिन उसके सामने वधू और वर एक दूसरे को माला पहनाकर विवाह बंधन में बंधते थे. राम रहीम के जेल जाने के बाद अब डेरा प्रेमी स्क्रीन पर डेरा प्रमुख की फोटो के समक्ष दिल जोड़ प्रथा के तहत शादी कर रहे हैं.