सिरसा: देश में लॉकडाउन का चौथा चरण चल रहा है. कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे को देखते हुए सरकार ने पूरे देश में सभी प्रकार के समारोह पर रोक लगा दी है. पिछले करीब दो महीने से देश में किसी भी प्रकार का धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक समारोह का आयोजन न के बराबर हुआ है.
ऐसे में 25 मई को ईद का त्योहार है. यह त्यौहार ना सिर्फ देश में बल्कि दुनिया के लगभग सभी देशों में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. लेकिन इस बार कोविड-19 महामारी और लॉकडाउन का असर ईद पर भी देखने को मिल रहा है. कोरोना महामारी के चलते ना तो बाजारों में रौनक दिख रही है और ना ही लोगों में उत्साह. लोग सिर्फ यही दुआ कर रहे हैं कि किसी तरह से ये महामारी खत्म हो जाए. सिरसा में मुस्लिम समुदाय ने इस बार ईद अपने घरों में ही मनाने का फैसला किया है.
लॉकडाउन की वजह से सिरसा में मुस्लिम समुदाय ने किया घर मे ईद मनाने का फैसला घरों में ही पढ़ी जाएगी ईद की नमाज
सिरसा जामा मस्जिद के इमाम मोहम्मद सुलेमान ने कहा कि ईद का त्यौहार देश भर में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन इस बार लॉकडाउन की वजह से और कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे को देखते हुए सिरसा में मुस्लिम समुदाय ने ईद की नमाज और त्यौहार अपने घरों में ही मनाने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि लोगों से गले ना मिलने और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने की अपील की है. उन्होंने लोगों से अपील की है कि इस कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में लोग सरकार का सहयोग करें.
स्थानीय यूसुफ खान ने कहा कि कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए उन्होंने ईद का त्यौहार घर में ही मनाने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि सरकार ने कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन लगा रखा है. सभी को लॉकडाउन का पालन करना चाहिए.
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