सिरसा: आधुनिक युग में अब किसान भी हाईटेक हो चुके हैं. पहले देखा जाता था कि खेतों में किसान पुराने ही औजारों से खेती किया करते थे, पुराने औजारों से खेती करने में उनका समय भी काफी व्यर्थ होता था, लेकिन अब जैसे-जैसे आधुनिक युग का आगमन हुआ तो किसानों ने भी अपने आपको नए युग के साथ ढालना शुरू कर दिया. पहले किसान अपने खेतों में फावड़ा कस्सी से फसल की बुआई करते थे, लेकिन किसानों ने नई तकनीक का प्रयोग करते हुए इन औजारों को भी नया रूप दे दिया है.
समय की होती है बचत:इन नए आधुनिक औजार से न सिर्फ खेती करना आसान हो गया है बल्कि उनका इन नए औजारों को प्रयोग करने से काफी समय बच भी जाता है. हालांकि ये नए औजार पुराने औजारों से थोड़े बहुत महंगे जरूर है लेकिन क्वालिटी के स्तर पर ये नए औजारपुराने औजारों के मुकाबले कई गुना बेहतर है. आइये आपको गांव बाजेकां के दो किसान भाईयों से मिलवाते हैं जो पिछले कई सालों से नए आधुनिक औजार बना रहे हैं. हालांकि उनके दादा और पिता पिछले 40 सालों से इस पुश्तैनी काम को कर रहे हैं, लेकिन अब उनके निधन के बाद अब गांव बाजेकां के दो किसान भाई इस प्रथा को आगे बढ़ा रहे हैं.
खेती करने में आसानी: इस नई तकनीक से किसान भी प्रेरित हो रहे हैं बल्कि नए युग के पर्दापण के बाद किसानों को भी इस नई तकनीक से जागरूक कर रहे हैं. बाजेकां गांव के दो भाई हरबंस सिंह और हंस पाल सिंह के हाथों की कला का आजकल हर कोई कायल हो रहा है. इन दोनों भाइयों की जोड़ी ने अब तक हजारों औजार ऐसे बना दिए हैं, जिससे न सिर्फ किसान खुशहाल हो रहा है बल्कि इस नई तकनीक के औजार की मदद से उसको खेती करने में भी आसानी हो रही है.