सिरसा: हरियाणा के सिरसा से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर आप दंग रह जाएंगे. दरअसल, जिस रोडवेज बस से आप रोज सफर करते हैं, उस बस में हर रोज कंडक्टर और ड्राइवर लाखों की कमाई कर रहे हैं और सरकार को चूना लगाया जा रहा है. सभी के जहन में यह सवाल जरूर उठ रहा होगा कि आखिर परिचालक बस की कमाई में कैसे घपलेबाजी कर लेते हैं. दरअसल,रोडवेज बस में सफर करने वाले यात्रियों को कंडक्टर बिना टिकट दिए उनसे पैसे ले लेते हैं. यही पैसा उनकी जेब में जाता है. जिसकी काउंटिंग टिकट कलेक्टिंग में नहीं हो पाती है. ऐसे में ज्यादातर कंडक्टर्स रोडवेज प्रशासन को आसानी से लाखों का चूना लगाते हैं.
व्हाट्सऐप ग्रुप बनाकर करते थे चोरी: सिरसा रोडवेज बस में टिकट की चोरी पर सिरसा डिपो के जनरल मैनेजर खूबी राम कौशल ने बताया कि हम जहां भी रोडवेज बस की चेकिंग के लिए जाते हैं, परिचालक को पहले ही उनकी लोकेशन के बारे में पता चल जाता है. उन्हें इस बात की शंका हुई. उसके बाद जांच में यह बात सामने आई कि सिरसा, फतेहाबाद, हिसार और भिवानी के परिचालकों की ओर से दो व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं. एक ग्रुप का नाम 'भाई-भाई' और दूसरे व्हाट्सएप ग्रुप का नाम 'कोविड-19' रखा गया था.
सिरसा जीएम खूबी राम कौशल के मुताबिक दोनों ग्रुपों के माध्यम से परिचालक जीएम व रोडवेज चेकिंग स्टाफ की लोकेशन ग्रुप में शेयर कर देते थे. जिससे दूसरे जिले को बस ड्राइवर और परिचालकों को भी पता चल जाता था. उसके बाद परिचालक अपनी बस में सवारियों के हिसाब से पूरा टिकट काट देते थे. जिससे चेकिंग के दौरान सबकुछ ठीक रहता था और वो पकड़े नहीं जाते थे.