सिरसाः संतनगर गांव का खेल स्टेडियम मेडल्स की मशीन बन गया है. भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान सरदारा सिंह यही पर प्रेक्टिस किया करते थे. खास बात ये है कि यहां भगत सिंह हॉकी एकेडमी फ्री में ही लड़कियों को ट्रेनिंग दे रही है. हॉकी के साथ शॉटपुट, बेसबॉल, क्रिकेट और एथेलेटिक्स के गेम्स भी करवाए जाते हैं.
सिरसा: संतनगर की भगत हॉकी एकाडमी में जबरदस्त खिलाड़ी हो रहे तैयार, लड़कियां कर रहीं कमाल - मेडल्स की मशीन बना सिरसा का स्टेडियम
हॉकी का नाम लेते ही जहन में एक ही नाम आता है और वो है सिरसा संतनगर का खेल स्टेडियम. हॉकी को नई पहचान दिलाने के लिए यहां खिलाड़ियों की नई फौज तैयार की जा रही है.
अकेडमी के संचालक का कहना है कि संतनगर का नाम हॉकी की दुनिया में शान से लिया जाता है. इसी के मद्देनजर यहां बच्चों को ट्रेनिंग दी जा रही है. अकेडमी में प्रशिक्षण देने वाले प्रशिक्षकों का कहना है कि उनका प्रयास रहता है कि बच्चे को शुरू से ही तैयार किया जाए. अगर बच्चा 5 या 6 साल की उम्र में प्रशिक्षण लेने लग जाए तो उसमें प्रतिभा ज्यादा होती है.
इस अकेडमी में बेटियों को ज्यादा तवज्जों दी जाती है. उनकी निशुल्क ट्रेनिंग के साथ ये अकेडमी जरूरत का सामान उपलब्ध करवाती है. दो साल में यहां से लगभग 12 लड़कियां प्रदेश स्तर पर हॉकी में गोल्ड, सिल्वर और कांस्य पदक जीत चुकी हैं.