सिरसा: इन दिनों हरियाणा ड्रग माफियाओं के निशाने पर है. शायद यही वजह है कि हेरोइन और दूसरे नशीले पदार्थों को लेकर विदेशी नागरिकों की सक्रीयता बढ़ रही है. विदेशी युवक भारतीय एजेंट के साथ मिलकर काला कारोबार चला रहे हैं. सबसे खतरनाक बात ये है कि सिरसा जिला हेरोइन और नशीले पदार्थो का हब बन गया है. पूछताछ में सामने आया है कि विदेशी नागरिकों जैसे युगांडा, नाइजीरियन और बंगलादेशियों ने भारत को नशा तस्करी की नई मंडी बना दिया है.
'पंजाब नहीं, दिल्ली से सप्लाई हो रहा है ड्रग्स'
पुलिस के लाख दावों के बाद भी सिरसा के कई गांवों में नशा धड़ल्ले से बिक रहा है. ये बात भी सच है कि नशा छोड़ने वालों की संख्या में इजाफा हो रहा है. नशे के खिलाफ सिरसा पुलिस गांवों को गोद लेकर उनमें कैंपेन चला रही है. पंचायत के जरिए पुलिस युवाओं को जागरुक कर रही है. ताकि नशे की समस्या पर लगाम लग सके.
गांव गोद लेकर पुलिस चला रही है जागरूकता अभियान
पुलिस ने सार्वजनिक जगहों पर शिकायत पेटी भी लगाई है. इस शिकायत पेटी में कोई भी व्यक्ति नशे से संबंधित जानकारी पुलिस को दे सकता है. सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी. दशकों पहले ये नशा अफीम, चूरापोस्त और गांजा से शुरू हुआ. अब चिट्टा यानी हेरोइन, नशीली दवाइयां-इंजेक्शन इसमें जुड़ गए हैं.
बढ़ रही है नशा करने वालों की संख्या
खबर है नशा लेने वालों की संख्या में अब नए प्रयोग जुड़ रहे हैं. वाहनों के टायर और ट्यूब सूंघकर भी युवा नशा कर रहे हैं. पेट्रोल सूंघकर नशा करने वालों का चलन भी बढ़ रहा है. चिंताजनक बात ये कि विदेश नागरिक नशे के व्यापार में ज्यादा स्क्रीय हैं. पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि विदेशी नागरिकों जैसे युगांडा, नाइजीरियन और बंगलादेशियों ने भारत को नशा तस्करी की नई मंडी बना दिया है.