सिरसा: देश के अलग-अलग हिस्सों में कृषि कानूनों को लेकर लगातार विरोध जारी है. सरकार भले ही कृषि कानूनों को किसानों के हित में बता रही है, लेकिन किसान सरकार की बात सुनने को तैयार नहीं हैं. किसानों का कहना है कि ये तीनों कृषि कानून किसानों को पूंजिपतियों के हाथों की कठपुतली बनाने के लिए तैयार किया गया है.
सिरसा में भी किसान कृषि कानूनों का लगातार विरोध कर रहे हैं. जिले के किसान इस दशहरे पर कृषि कानूनों के विरोध में अपने गांवों में रावण की जगह पीएम नरेंद्र मोदी का पुतला दहन करने का निर्णय लिया है. किसानों का कहना है कि हम रावण का नहीं रावण के बुराइयों को दशहरा के अवसर पर जलाते हैं. ठीक उसी प्रकार हम पीएम का नहीं पीएम नरेंद्र द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के विरोध में पुतला जलाएंगे.