सिरसा: किसानों पर देशद्रोह का मुकदमा (Farmers Sedition Case) दर्ज होने के बाद से पुलिस और किसान आमने-सामने हैं. किसानों की रिहाई की मांग को लेकर रातभर किसानों ने सड़क पर डेरा (Farmers Protest Sirsa) डाला. किसानों ने शनिवार को महापंचायत भी की थी. जिसमें संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य किसान नेता राकेश टिकैत भी पहुंचे थे.
इसके बाद प्रशासन ने बातचीत के लिए किसानों को न्योता भेजा. लंबी चली बैठक के बाद किसानों और प्रशासन के बीच कोई हल नहीं निकला. इसके बाद किसानों ने कोर्ट कांप्लेक्स रोड को जाम कर दिया. पूरी रात किसानों ने सड़क पर ही बिताई. वहीं पर लंगर की भी व्यवस्था की गई. इस बीच भारी मात्रा में पूलिसकर्मी भी तैनात रहे. ताकि कोई भी उपद्रव की घटना ना हो सके. बता दें कि किसानों ने सिरसा प्रशासन को आज दोपहर 12 बजे तक का अल्टीमेटम दिया है.
किसानों ने सड़क पर गुजारी रात इसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा के किसान नेता बलदेव सिंह सिरसा आमरण अनशन पर कोर्ट कांप्लेक्स के सामने बैठ जाएंगे और टेंट लगाकर पक्का मोर्चा भी वहीं से शुरू कर दिया जाएगा. गौरतलब है कि 11 जुलाई को हरियाणा के डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा (Deputy Speaker Ranbir Gangwa Car Attack) की गाड़ी पर हमला किया गया था. डिप्टी स्पीकर की गाड़ी पर उस वक्त हमला हुआ था जब वो हरियाणा के सिरसा जिले में चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय (Chaudhary Devi Lal University) में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेकर लौट रहे थे.
ये भी पढ़ें- किसान देशद्रोह मामला: किसानों का प्रशासन को खुला अल्टीमेटम, 12 बजे तक हल नहीं निकला तो...
आरोप है कि कार्यक्रम के बाद जब डिप्टी स्पीकर और अन्य बीजेपी नेता वापस लौट रहे थे तो किसानों ने उनका काफिला रोक दिया और पथराव शुरू कर दिया. आरोप है कि किसानों ने इस दौरान डिप्टी स्पीकर की गाड़ी के शीशे तोड़ दिए और पुलिस पर भी पथराव किया. किसी तरह पुलिस ने डिप्टी स्पीकर के काफिले को विरोध के बीच वहां निकला था. इस मामले में सिरसा पुलिस की ओर से दो नामजद और करीब 100 किसानों पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है.