सिरसा:पिछले कुछ दिनों से मौसम लगातार बदल रहा है. सिरसा में आज फिर से अचानक ही आंधी-तूफान के साथ तेज बारिश हो गई. इस बारिश का सीधा असर किसानों और आढ़तियों पर पड़ रहा है. इस समय मंडियों में खुले आसमान के नीचे फसल पड़ी हुई है. अनाज बचाने के लिए प्रशासन की ओर से भी खास इंतजाम नहीं किए गए हैं.
किसानों की बढ़ी चिंता
आपको बता दें कि सिरसा जिले में कुल 186 और सिरसा शहर में कुल 66 केंद्र गेहूं खरीद के लिए बनाए गए हैं. जिसमें से कुछ सेंटर ऐसे हैं जहां शेड नहीं है. सबसे ज्यादा खरीद उन ही केंद्रों पर हो रही है. वहां भले ही शेड नहीं है लेकिन जगह ज्यादा होने की वजह से वहां गेंहू की बिक्री जल्दी हो रही है.
अचानक बदले मौसम की वजह से मंडी में बड़े पैमाने पर किसानों और आढ़तियों की पड़ी फसल को काफी नुकसान हो सकता है. वहीं मजदूरों को भी इसके लिए दोबारा मेहनत करनी पड़ेगी. मौसम के इसी मिजाज को लेकर सिरसा के उपायुक्त ने भी चिंता जताते हुए अधिकारियों और गेहूं खरीद रही एजेंसियों को निर्देश दिए थे कि वे मंडियों में गेंहू की फसल को ढकने के लिए तिरपाल का इंतजाम करें या गेहूं का उठान करें.
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आपको बता दें कि सिरसा के विभिन्न मंडियों और खरीद केंद्रों में अब तक चार लाख 34 हजार 564 मीट्रिक टन गेहूं की आवक हो चुकी है. जिसमें हैफेड की ओर से 2 लाख 49 हजार 58 मीट्रिक टन , खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की ओर से 52 हजार 224 मीट्रिक टन, भारतीय खाद्य निगम की ओर से 68 हजार 629 तथा हरियाणा वेयर हाउसिंग कॉर्पोरेशन की ओर से 64 हजार 653 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई है. जिसमें से करीब 2 लाख 40 हजार मीट्रिक टन गेंहू का उठान हो चुका है.