सिरसा:ऐलनाबाद उपचुनाव में पहली बार डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने चुनाव प्रचार अभियान में एंट्री मारी है. दुष्यंत चौटाला ने ऐलनाबाद के पोहड़का गांव में जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान ग्रामीणों ने उपमुख्यमंत्री का जोरदार स्वागत भी किया. डिप्टी सीएम ने यहां बीजेपी-जेजेपी गठबंधन उम्मीदवार गोबिंद कांडा के पक्ष में वोट की अपील की.
इससे पहले डिप्टी सीएम के कार्यक्रम को लेकर किसान संगठनों ने विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया था. किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए थे. खास बात ये है कि 27 अक्टूबर यानि बुधवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी ऐलनाबाद हलके का दौरा करेंगे. 27 को ही संयुक्त किसान मोर्चा के द्वारा ऐलनाबाद में जनसभा करने का ऐलान किया गया है. चौपटा व ऐलनाबाद में जनसभाएं प्रस्तावित हैं, जिनमें किसान नेता राकेश टिकैत, बलवीर राजेवाल, जोगेंद्र सिंह उग्राहा सहित अनेक किसान नेता पहुंचेंगे.
ऐलनाबाद उपचुनाव: चुनाव प्रचार में उतरे डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला अभी तक सभी दलों के दिग्गज नेता प्रचार से दूर:चुनाव प्रचार अंतिम दौर की ओर बढ़ रहा है, लेकिन अभी तक सभी दलों के दिग्गज यानी खास तौर पर कांग्रेस और बीजेपी के बड़े नेता प्रचार से दूर दिखाई दे रहे हैं. इनमें कांग्रेस की ओर से रणदीप सिंह सुरजेवाला, भूपेंद्र सिंह हुड्डा हो या पार्टी के अन्य स्टार प्रचारक अभी तक उस तरह से प्रचार में दिखाई नहीं दिए, जैसे कि पार्टी के अन्य नेता जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं.
दुष्यंत चौटाला की रैली से पहले सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम इनेलो का क्या है इस मामले में कहना:वहीं सभी दलों के दिग्गज नेताओं की अभी तक प्रचार से दूरी को लेकर जब हमने इनेलो के नेता राकेश सिहाग से बात की तो उन्होंने कहा कि बीजेपी के दिग्गज नेता किसानों के विरोध से डर रहे हैं. वे ऐलनाबाद हो या फिर प्रदेश के किसी भी गांव में वे जाने की हिम्मत नहीं कर सकते. उन्हें किसानों के विरोध का डर सताता है. साथ ही वे कहते हैं कि जहां तक कांग्रेस की बात है तो कांग्रेस के दिग्गज नेता भी हार के डर से प्रचार से बच रहे हैं. खास तौर पर रणदीप सुरजेवाला को लेकर उन्होंने कहा कि ऐलनाबाद में पार्टी की हार होना तय है तो वह भी अपने ऊपर किसी तरह का दाग नहीं लगाना चाहते हैं.
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