सिरसा: भ्रष्टाचार के मामले में सिरसा के उपायुक्त प्रदीप कुमार ने एक पटवारी को सस्पेंड कर दिया है. कालांवाली के विधायक शीशपाल केहरवाला ने आरोप लगाया कि उनके पिता ओमप्रकाश से जमीन से संबंधित रिकॉर्ड की निर्धारित फीस से अधिक पैसे मत्तुवाला के पटवारी जसवंत सिंह द्वारा लिए हैं. जिसकी शिकायत उन्होंने सिरसा के उपायुक्त प्रदीप कुमार से की थी.
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जिसके बाद प्रदीप कुमार ने पटवारी जसवंत सिंह को सस्पेंड कर दिया है. वहीं इस मामले में कालांवाली के विधायक शीशपाल केहरवाला ने हरियाणा सरकार और अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि आज हरियाणा में भ्रष्टाचार का बोलबाला है और भ्रष्टाचार अगर विधायक के परिवार से हो सकता है तो आम आदमी कैसे भ्रष्टाचार के चंगुल से निकल सकता है.
कांग्रेस विधायक ने पटवारी पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप कालांवाली के विधायक शीशपाल केहरवाला के पिता ओमप्रकाश को जमीन के इंतकाल व गिरदावरी से संबंधित कागजात की जरूरत थी. मत्तुवाला पटवार सर्कल के अधीन ही उसका गांव केहरवाला पड़ता है, इसलिए उसने मत्तुवाला सर्कल के पटवारी से नकल संबंधी कागजात हासिल किए इसके बदले पटवारी ने ₹2000 फीस बताई.
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ओमप्रकाश केहरवाला ने ₹2000 नगद उस पटवारी को दे दिए. जिसके बाद किसी और पटवारी से ओमप्रकाश की मुलाकात हुई तो उसने इस बाबत उसे जिक्र किया ओम प्रकाश को बाद में पता चला कि जिस काम के लिए उसने ₹2000 फीस दी है. उसकी फीस निर्धारित केवल 370 रुपए है. उसके बाद ओमप्रकाश और उसके विधायक बेटे शीशपाल ने उस पटवारी जसवंत सिंह को फोन कर जब उनके पैसे लौटाने की बात कही तो जसवंत सिंह ने साफ तौर पर पैसे लौटाने से इनकार कर दिया.
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इसके बाद विधायक ने सिरसा के उपायुक्त प्रदीप कुमार से मुलाकात कर उनको शिकायत दी. जिसके बाद सिरसा के उपायुक्त ने पटवारी जसवंत सिंह को सस्पेंड कर दिया है. वहीं शीशपाल केहरवाला ने हरियाणा सरकार और अधिकारियों पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया है. कांग्रेस विधायक ने कहा कि सरकार में आज भ्रष्टाचार का बोलबाला है. आज अगर विधायक का परिवार भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है, तो आम आदमी कैसे भ्रष्टाचार के चंगुल से निकल पाएगा.