सिरसा: हरियाणा विधानसभा चुनाव का बिगुल बज गया है. सभी राजनीतिक दल अपने चुनावी अस्तित्व को लेकर मैदान में उतर चुके हैं. बात करें बीएसपी की तो हरियाणा में 90 विधानसभा सीटों पर उसने अकेले ही लड़ने का फैसला लिया है. राज्य में पहले ही सियासी सरगर्मियां तेज हैं, ऐसे में बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश मिश्रा ने खुलासा किया कि उन्होंने जेजेपी से गठबंधन क्यों तोड़ा.
'चौटाला परिवार नहीं हुआ एक इसलिए तोड़ा गठबंधन'
सतीश मिश्रा ने बताया कि हरियाणा में चौटाला परिवार के बीच मतभेदों के चलते बीएसपी ने गठबंधन तोड़ने का फैसला लिया. उन्होंने कहा कि बीएसपी ने जेजेपी के साथ गठबंधन इस शर्त पर किया था कि चौटाला परिवार एकजुट हो जाएगा और जेजेपी ने भी ये वादा किया था कि अगर बीएसपी के साथ गठबंधन होता है तो पूरा चौटाला परिवार एक हो जाएगा. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
'परिवार में आ गई और भी ज्यादा दरार'
सतीश मिश्रा ने कहा कि परिवार एकजुट तो नहीं हुआ बल्कि इनके बीच और भी ज्यादा दरार आ गई. इतना ही नहीं खाप पंचायतों ने भी मध्यस्थता की कोशिश की, लेकिन कोई बात नहीं बनी.
देखें जेजेपी के साथ गठबंधन तोड़ने के पीछे बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश मिश्रा ने क्या वजह बताई ये भी पढे़ं:NRC पर बोले दुष्यंत चौटाला, 'हिन्दू-मुस्लिम में टकराव पैदा करना चाह रहे मुख्यमंत्री'
एक महीने भी नहीं रहा साथ
आपको बता दें बीएसपी और जेजेपी के बीच गठबंधन पूरे 1 महीने भी नहीं चला. पिछले महीने 11 अगस्त को दुष्यंत चौटाला और सतीश मिश्रा ने दोनों दलों के बीच गठबंधन का ऐलान किया था. हरियाणा में पिछले 5 साल के दौरान बीएसपी का यह तीसरा गठबंधन था. इससे पहले बसपा राज्य में अभय सिंह चौटाला के नेतृत्व वाली इनेलो और फिर पूर्व सांसद राजकुमार सैनी के नेतृत्व वाली लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के साथ गठबंधन कर चुकी है.