चंडीगढ़ःअशोक तंवर फिलहाल हरियाणा विधानसभा चुनाव में सबसे हॉट टॉपिक बने हुए हैं. जब से उन्होंने कांग्रेस छोड़ी है तब से कई पार्टियों ने उन्हें अपने साथ आने का न्योता दिया है. लेकिन 16 अक्तूबर और 17 अक्तूबर को कुछ ऐसा हुआ जिसने हरियाणा के चुनाव में तड़का लगा दिया.
24 घंटे में तंवर का 3 पार्टियों को समर्थन
इस चुनाव घमासान में अशोक तंवर ने 24 घंटे में तीन पार्टियों को समर्थन देकर सबको चौंका दिया. अशोक तंवर ने 16 अक्तूबर की सुबह जेजेपी को समर्थन दिया. 16 अक्तूबर की ही शाम को उन्होंने इनेलो को समर्थन दिया और 17 अक्तूबर की सुबह उन्होंने हलोपा को भी समर्थन दिया. इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस के उन उम्मीदवारों को भी समर्थन दिया जो कभी उनके साथ हुआ करते थे.
16 अक्तूबर की सुबह जेजेपी को तंवर का समर्थन
16 अक्तूबर की सुबह जब खबर आई कि अशोक तंवर ने जननायक जनता पार्टी के समर्थन का ऐलान कर दिया है तो प्रदेश में सियासी माहौल गरमा गया. दरअसल अशोक तंवर और दुष्यंत चौटाला ने साझा प्रेस की. जिसमें अशोक तंवर ने कहा कि कांग्रेस में कुछ बीमारियां फैल गई हैं जिनका इलाज होना जरूरी है. उन्होंने कहा कि वो जेजेपी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ हैं. इसके अलावा अशोक तंवर ने कहा कि उनके लोग नीचे-नीचे काम कर रहे हैं जो कांग्रेस और बीजेपी दोनों को हराने का काम करेंगे.
तंवर के समर्थन पर दुष्यंत ने क्या कहा ?
पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर का समर्थन मिलने के बाद जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला ने कहा कि जनता अब कांग्रेस की जगह जेजेपी को बीजेपी के ऑप्शन के तौर पर देख रही है और अशोक तंवर ने बड़े भाई की तरह उनका समर्थन किया है जो चुनाव में उन्हें काफी फायदा पहुंचाएगा.
16 अक्तूबर की शाम इनेलो को तंवर ने दिया समर्थन
16 अक्तूबर की ही शाम को इनेलो नेाता अभय चौटाला भी अशोक तंवर के घर पहुंचे और उनका समर्थन मांगा. मजे की बात ये है कि इनेलो को भी अशोक तंवर ने समर्थन दे दिया. उन्होंने अभय चौटाला के साथ मीडिया से बात करते हुए कहा कि जहां-जहां इनेलो के उम्मीदवार जीतने की स्थिति में होंगे हम वहां-वहां इनेलो के उम्मीदवारों की समर्थन करेंगे.