सिरसा: जिले के गांव केहरवाला में महिलाओं ने रूढ़िवादी परंपराओं को तोड़ते हुए कुछ ऐसा कर दिखाया जो पूरे समाज लिए मिसाल बन गया. केहरवाला गांव में सामाजिक वर्जनाओं को तोड़ महिलाओं ने अर्थी को कंधा दिया. आमतौर पर महिलाएं अर्थी को कंधा नहीं देती हैं, लेकिन मृतक महिला के बेटे की पहल पर महिलाओं ने अर्थी को कंधा देकर लोगों को रूढ़िवादी परंपरा को तोड़ने का संदेश दिया.
केहरवाला गांव में रहने वाले राजाराम ने अपनी माता के देहांत के बाद उनकी अर्थी को न सिर्फ घर की महिलाओं से कंधा दिलवाया. बल्कि अंतिम संस्कार के लिए भी सभी प्रक्रियाओं में शामिल होने के लिए महिलाओं को श्मशान घाट लेकर गए. राजाराम द्वारा की गई पहल की घर की महिलाओं के साथ ग्रामीण भी तारीफ कर रहे हैं.