रोहतक: जिला के बलियाना गांव में दुकानदार की हत्या में शामिल 2 नाबालिग को काबू कर लिया गया है. शुक्रवार को इन नाबालिगों को पुलिस अभिरक्षा में लेकर बाल न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया गया. जिसके बाद बाल सुधार गृह फरीदाबाद भेजा दिया गया है. इस हत्याकांड के बाद 3 आरोपी सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए थे.
ये है पूरा मामला: गौरतलब है कि 22 मई को बलियाना गांव में दुकानदार जगबीर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. वह गांव में दुकान पर मौजूद था, तभी 3 युवक आए और गोली मारकर फरार हो गए. हालांकि ये युवक सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए थे. जगबीर को गंभीर हालत में नजदीक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. आईएमटी पुलिस स्टेशन में जगबीर के भाई राजेंद्र की शिकायत पर इस संबंध में आईपीसी की धारा 302, 34 के तहत केस दर्ज किया गया था.
एसपी हिमांशु गर्ग ने इस हत्याकांड की जांच के लिए डीएसपी यशपाल सिंह की अगुवाई में जांच टीम का गठन किया था. जांच टीम ने इस हत्याकांड में शामिल दो नाबालिगों को पकड़ा गया है. जिन्हें पुलिस अभिरक्षा में लेकर बाल न्याय बोर्ड के सामने पेश किया गया. आईएमएटी पुलिस स्टेशन की एसएचओ हवा कौर ने बताया कि इस हत्याकांड में इससे पहले रोहतक के सुनारिया गांव निवासी राहुल उर्फ चेता और बलियाना निवासी सचिन उर्फ सागर को गिरफ्तार किया गया था.
पुलिस जांच में सामने आया कि सचिन उर्फ सागर का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है. एक आपराधिक केस के सिलसिले में सचिन की जेल में ही सुनारिया के कुछ युवकों के साथ दोस्ती हुई थी. जेल से बाहर आने के बाद सचिन और सुनारिया के युवकों के बीच आना-जाना शुरू हो गया था. इसी दौरान राहुल की सुनारिया के राहुल उर्फ चेता के साथ दोस्ती हो गई. दुकानदार जगबीर का सचिन और राहुल आदि के साथ झगड़ा हुआ था. इसी बात की रंजिश रखते हुए जगबीर की गोली मारकर हत्या कर दी.
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