रोहतक:कोरोना काल के चलते करीब सात महीने बाद हरियाणा के स्कूलों में रौनक नजर आई. रोहतक में भी वीरवार को पहली बार स्कूल नियमित पढ़ाई के लिए खुल रहे हैं. कोरोना के चलते अभी तक नौवीं से बारहवीं तक के विद्यार्थियों को सिर्फ परामर्श के लिए स्कूल आने की अनुमति थी, लेकिन अब उनकी सुबह नौ बजे से दोपहर बारह बजे तक नियमित कक्षाएं लगेंगी.
सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार एक कक्षा में 20 से अधिक बच्चों को बैठने की अनुमति नहीं है. वहीं छठी से आठवीं तक के बच्चों को स्कूल में बुलाने पर फैसला सरकार बाद में लेगी.
रोहतक में खुले 7 महीने बाद स्कूल, बच्चे उत्साहित इस संबंध में बच्चों ने बताया कि काफी दिनों बाद स्कूल खुले हैं. स्कूल में आकर अच्छा लग रहा है. बच्चों ने बताया कि स्कूल आने से पहले उनके शरीर के तापमान चेक किए गए. उसके बाद हैंड सैनिटाइज करने के बाद ही उन्हें अंदर जाने दिया गया. बच्चों ने बताया कि स्कूल में वो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं.
स्कूल प्रिंसिपल अनिता चहल ने बताया कि कोविड-19 के नियमों का पूरा ख्याल रखा जा रहा है. बच्चों का स्कूल में आने पर तापमान नापा जाता है. हाथों को सैनिटाइजर करवाया जा रहा है. उसके बाद ही उन्हें स्कूल में प्रवेश दिया जा रहा है.
बता दें कि, केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा अनलाक-5 को लेकर जारी की गई गाइड लाइन को प्रदेश सरकार पूरी तरह से लागू करेगी. लाकडाउन के बाद खुलने वाले स्कूलों को देखते हुए शिक्षा विभाग ने शारीरिक दूरी बनाए रखने के व्यापक प्रबंध किए हैं. सभी स्कूलों को पूरी तरह से सैनिटाइज करवाया गया है. सामाजिक, शैक्षणिक, खेल, मनोरंजन, सांस्कृतिक, धार्मिक, राजनीतिक और अन्य कार्यक्रमों में सिर्फ 100 लोगों को शामिल होने की अनुमति होगी.
ऐसे कार्यक्रमों में कंटेनमेंट जोन में रहने वाले लोगों के शामिल होने पर सख्त पाबंदी रहेगी. केंद्र सरकार ने कंटेनमेंट जोन में जारी सख्त लॉकडाउन को 31 अक्टूबर तक बढ़ा दिया है. बंद जगहों पर 200 लोगों की क्षमता वाले हाल में आधे लोगों को जाने की इजाजत होगी. ऐसी जगहों पर फेस मास्क पहनना अनिवार्य होगा और सोशल डिस्टेंसिंग करना, थर्मल स्कैनिंग और हैंडवाश और सैनिटाइजर का इस्तेमाल जरूरी होगा.
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