रोहतक:हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल आज महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी के कार्यक्रमों में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे. इस दौरान ई टेंडरिंग का विरोध कर रहे सरपंच वहां काले झंडे लेकर कार्यक्रमों का घेराव करने पहुंच गये. इस दौरान प्रदर्शनकारी सरपंचों को यूनिवर्सिटी के गेट नंबर 2 के सामने से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. प्रदर्शन को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया.
इससे पहले भी ये सरपंच स्थानीय दिल्ली बाईपास पर एकत्रित हुए और फिर प्रदर्शन करते हुए महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी की तरफ आगे बढ़े. पुलिस ने सरपंचों को अंदर जाने से रोक दिया. सरपंचों ने मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की और काले झंडे दिखाते हुए धरने पर बैठ गये. जिसके बाद पुलिस ने करीब दो दर्जन सरपंचों को हिरासत में लिया. डीएसपी ने कहा कि सरपंच मुख्यमंत्री से मिलने नहीं बल्कि उनका विरोध करने के लिये उत्पात मचाने के लिये आए थे.
सरपंचों ने मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की ये भी पढ़ें:भिवानी में कर्मचारियों का विरोध प्रदर्शन, ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करने की कर रहे मांग
गौरतलब है कि प्रदेशभर के सरपंच ई टेंडरिंग प्रणाली की शुरुआत से ही खुलकर विरोध कर रहे हैं. जिसके चलते सभी जिलों में बीडीपीओ ऑफिस के बाहर धरने भी दिए गए. जहां पर पुलिस के साथ सरपंचों का टकराव भी हुआ. सरपंचों का कहना है कि ई टेंडरिंग प्रणाली विकास कार्यों में बाधा डालने वाली है. पहले चुनाव डेढ़ साल की देरी से हुए और अब सरकार ई टेंडरिंग प्रणाली लाकर विकास कार्यों को रोकना चाहती है. इसलिए इस प्रणाली को तुरंत प्रभाव से वापस लिया जाना चाहिए. हालांकि प्रदेश सरकार स्पष्ट कर चुकी है कि किसी भी कीमत पर ई टेंडरिंग प्रणाली वापस नहीं ली जाएगी. ऐसे में अब सरपंच भी सरकार से टकराव का मूड बना चुके हैं.
ये भी पढ़ें:रोहतक में दुकानदार से रंगदारी की मांग, अंबाला से आरोपी ने कॉल कर मांगी हिस्सेदारी