रोहतक:प्रदेश में युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए प्रतिबंधित दवाओं की खोज के लिए अभियान शुरू किया जा रहा है. इस कड़ी में रोहतक जिला प्रशासन भी अगले 2 दिनों तक जिला के सभी दवा विक्रेताओं की दुकानों की जांच करेगा.
नशे के खिलाफ मुहिम
जांच में ये जानने की कोशिश कि जाएगी कि जिले में कहीं प्रतिबंधित दवाएं तो नहीं बिक रही हैं, जो युवाओं को नशे की ओर धकेल रही हैं. युवाओं को नशे से दूर करने के लिए जागरुकता अभियान चलाए जा रहे हैं. जागरुकता सेमिनार करवाए जा रहे हैं.
नशे के खिलाफ सेमिनार
साथ ही नशे के आदी लोगों की काउंसलिंग की जाएगी. जिले में नशामुक्ति केंद्रों को अच्छी तरह से दुरु्त करने के कार्यक्रम भी चलाए जाएंगे. इसी कड़ी में शारीरिक शिक्षा के नए आयाम के तहत महारानी किशोरी जाट कन्या महा विद्यालय में 2 दिन का सेमिनार आयोजित किया गया है. जिस के समापन अवसर पर रोहतक के उपायुक्त आरएस वर्मा और अतिरिक्त उपायुक्त महेंद्र पाल ने फिजिकल एजुकेशन से जुड़े प्रशिक्षक और छात्रों के साथ अपने विचार साझा किए.
नशे के खिलाफ सतर्क सरकार
रोहतक के उपायुक्त आरएस वर्मा ने छात्रों को आगाह करते हुए कहा कि युवा किसी भी कीमत पर नशे से दूर रहे क्योंकि अगर इंसान की सेहत ठीक रहेगी तो वो हर क्षेत्र में प्रगति कर सकता है. समाज में नशा कोढ़ की तरह है, जिसको लेकर हरियाणा सरकार सतर्क है.