रोहतक:लॉकडाउन की वजह से चौपट होती अर्थव्यवस्था को देखते हुए बीते रोज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की घोषणा की गई है. प्रधानमंत्री की ओर से दिए गए राहत पैकेज के बाद किसानों को भी उम्मीद जगी है.
किसानों का कहना है कि इस पैकेज में सरकार उन्हें भी राहत दे और उनके कर्ज, बिजली बिल, खाद बीज और कृषि यंत्रों को सस्ता करें, ताकि किसान भी चैन की सांस ले सके.
विशेष आर्थिक पैकेज ने जगाई 'अन्नदाता' की उम्मीद किसान नेता प्रीत सिंह ने कहा कि सरकार को किसानों का कर्जा माफ करना चाहिए, क्योंकि खेती घाटे का सौदा बनती जा रही है और बीजेपी सरकार ने भी सत्ता में आने से पहले किसानों के लिए बहुत कुछ करने की बात कही थी. उन्होंने कहा कि जो 20 लाख करोड़ रुपये पैकेज की पीएम ने घोषणा की है, उससे किसानों के मन में काफी उम्मीद जगी है.
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वहीं दूसरे किसानों ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से उन्हें काफी नुकसान हुआ है. मजदूर नहीं मिलने की वजह उनकी फसल सही वक्त में नहीं कट पाई. वहीं बची फसल पर बारिश की मार भी पड़ी है. ऐसे में सरकार को खासतौर पर किसानों की ओर ध्यान देना चाहिए. किसानों ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि राहत पैकेज में उनके लिए भी कुछ ऐलान किए जाने चाहिए, ताकि लॉकडाउन की वजह से जो उनका नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई की जा सके.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार की रात आठ बजे देश के नाम संबोधन में 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज देने की घोषणा की है. जो किसानों, प्रवासी मजदूरों के साथ ही मध्यम वर्ग व कुटीर व लघु उद्योग के लिए होगी. इस पैकेज से किसानों के साथ ही मध्यमवर्ग के लोगों को राहत की उम्मीद जगी है.