रोहतक: अमूमन जब फसल पक कर तैयार होती है तो किसान की खुशी का ठिकाना नहीं रहता है, लेकिन इस बार फसल भी तैयार है और किसान भी यहीं मौजूद है, लेकिन कहीं ना कहीं किसानों के माथे पर शिकन जरूर नजर आ रही है.
वो इसलिए क्योंकि लॉकडाउन की वजह से मजदूर लगभग पलायन कर अपने घरों को लौट चुके हैं और किसानों के सामने समस्या ये आ गई है कि गेहूं की कटाई बिना मजदूरों के कैसे होगी.
खेतों में लहराती गेहूं की फसल को काटेगा कौन? खेत में गेहूं की फसल मंडियों में जाने के लिए तैयार है, लेकिन किसानों को ये चिंता खाये जा रही है कि अबकी बार फसल कैसे कटेगी. वहीं दूसरी ओर स्थिति को देखते हुए किसानों ने खुद ही फसल को काटने का निर्णय लिया है, लेकिन किसानों के सामने सवाल ये उठता है कि एकदम से पक कर तैयार हुई फसल को किसान इतना जल्दी कैसे काट पाएंगे.
गौरतलब है कि किसानों के सामने पैदा हुई इस समस्या से किसान परेशान जरूर हैं, लेकिन साथ ही सरकार द्वारा कोरोना वायरस से बचाने के लिए किए गए लॉकडाउन का समर्थन भी कर रहे हैं. किसान मुश्किल की इस घड़ी में भी सरकार के साथ खड़े हैं.