नई दिल्ली/रोहतक: कृषि कानून के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर जारी आंदोलन के बीच मंगलवार देर शाम एक किसान ने जहर खा लिया, जिसकी इलाज के दौरान देर रात मौत हो गई. सुसाइड करने वाले किसान की पहचान जय भगवान के रूप में हुई है, जो रोहतक जिले के पाकिस्मा गांव का रहने वाला था.
जहर खाकर किया सुसाइड
जय भगवान के जहर खाने के बाद भीड़ ने टिकरी बॉर्डर पर तैनात पुलिस बल की मदद से जय भगवान को एंबुलेंस बुलाकर नजदीकी संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया. जहां उसकी इलाज के दौरान देर रात 2:30 बजे के आसपास उसकी मृत्यु हो गई.
किसान आंदोलन में गई एक और किसान की जान किसानों की कर रहे थे सेवा
बता दें मृतक जय भगवान कई दिनों से आंदोलन कर रहे किसानों की सेवा कर रहा था और उनके लिए दूध और सब्जी लाकर उनकी मदद करता था. जय भगवान के लिखे गए सुसाइड नोट में उसने कहा कि जिंदा किसानों की कोई नहीं सुन रहा है, क्या पता मुर्दा किसान की ही कोई सुन ले ? इसलिए उसने आत्महत्या करने के लिए जहर खा लिया.
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पत्र में लिखा कृषि कानूनों के समाधान का रास्ता
कृषि कानूनों के समाधान का रास्ता लिखा है. उसने लिखा है कि हर राज्य से दो-दो किसान नेता बुलाओ अगर अधिकतर विरोध करें तो सरकार कानून को रद्द करें और पक्ष में ज्यादा लोग हो तो आंदोलन खत्म करो.