रोहतक:हरियाणा में बढ़ते आपराधिक मामलों को कंट्रोल करने के लिए प्रशासन अलर्ट मोड पर है. क्राइम रोकने के लिए जिला रोहतक में भी प्रशासन ने पहल शुरू कर दी है. दरअसल, रोहतक रेंज के दायरे में आने वाले 4 जिलों में नाकों पर एलईडी लाइट, सीसीटीवी, बॉडी कैमरा सहित रिफ्लेक्टिव टेप और लाइट के साथ मजबूत बैरिकेड रखे जाएंगे. रोहतक रेंज के आईजी राकेश कुमार आर्य ने मंगलवार को नाकों पर आवश्यक उपकरणों सहित सुरक्षा के समुचित प्रबंध करने के निर्देश रोहतक, झज्जर, भिवानी व चरखी दादरी जिला के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को दिए हैं.
आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने और आपराधिक घटना की सूचना पर दोषियों की धरपकड़ के लिए तत्परता से नाकेबंदी की जाती है. इसके अलावा सीलिंग प्लान की एक्सरसाइज हो या सड़क सुरक्षा के नियमों की पालना सभी के लिए वाहनों की चेकिंग और सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने के लिए समय-समय पर नाकाबंदी की जाती है.
पुलिस के आला अधिकारियों के आदेश अनुसार सभी जिलों में कुछ स्थाई व कुछ अस्थाई तौर पर नाके लगाए जाते हैं. ऐसे में नाकों पर तैनात पुलिस कर्मचारियों की सुरक्षा व सुविधा को मद्देनजर रखते हुए जरूरी दिशा निर्देश दिए गए हैं. आईजी ने नाका लगाने से पूर्व चिन्हित स्थान पर की व्यवस्था का अवलोकन करने व जरूरी उपकरण उपलब्ध कराने को लेकर रोहतक, भिवानी, झज्जर और चरखी दादरी के पुलिस अधीक्षकों को नाकाबंदी के दौरान समुचित व्यवस्था करने बारे निर्देश दिए गए हैं.
वहीं, IG ने निर्देश दिए हैं कि नाकेबंदी के दौरान नाका क्षेत्र की स्थिति एवं संवेदनशीलता अनुसार पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मी तैनात होने चाहिए. नाके पर कम से कम दो पुलिसकर्मी हथियार समेत मौजूद होने चाहिए. प्रत्येक पुलिसकर्मी की साल में फायरिंग प्रैक्टिस भी होनी जरूरी है. नाके पर तैनात पुलिसकर्मियों के पास सूचना देने के लिए वायरलेस सैट होने चाहिए और उसको चलाने व हैंडल करने की भी जानकारी होनी चाहिए.
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स्थाई नाके पर बैटरी चार्ज करने की व्यवस्था की जाए. नाके पर तैनात सभी पुलिसकर्मी रात को चमकीली रिफ्लेक्टिव जैकेट पहनेंगे. ताकि दूर से नाका व पुलिसकर्मी दिखाई दे सकें. इसके अलावा सभी स्थाई नाकों पर बिजली की व्यवस्था ही जाए. रात के समय नाका की स्थिति दिखाई देने हेतु रोशनी के लिए पर्याप्त संख्या में एलईडी लाइट लगी हुई हो. अस्थाई नाकों पर भी इस प्रकार के पर्याप्त उपकरण होने चाहिए.
IG के मुताबिक संवेदनशील स्थानों पर लगे नाकों पर उपयोगी उपकरण जैसे चालानिंग मशीन व एल्को सेंसर मीटर इत्यादि अवश्य होने चाहिए. सभी नाकों पर रात के समय ड्यूटी में उपयोगी लाइट बार उपलब्ध कराई जाए. ताकि यातायात नियमों की उल्लंघना करने वाले वाहन चालकों के विरूद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जा सके. अधिक से अधिक स्थाई नाको पर सीसीटीवी कैमरा तथा अस्थाई नाकों पर तैनात नाका प्रभारी के पास बॉडी कैमरा लगा होना सुनिश्चित किया जाए.