रोहतक: पीजीआई के पलमोनरी एंड क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभागाध्यक्ष एवं कोविड-19 के स्टेट नोडल अधिकारी की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव मिली. जिसके बाद उनके संपर्क में आए करीब 110 लोगों को ट्रेस किया गया. कांटेक्ट ट्रेसिंग का कार्य कम्युनिटी मेडिसिन विभाग की डॉ. मीनाक्षी और डॉ. विनोद कुमार को सौंपा गया.
संपर्क में आए 110 में से 41 लोग हैं हाई रिस्क पर
रोहतक पीजीआई के रैपिड रिस्पॉन्स टीम के नोडल अधिकारी डॉ. रमेश वर्मा ने पाया कि स्टेट नोडल अधिकारी के संपर्क में आए करीब 41 लोग हाई रिस्क पर हैं, जिन्हें क्वारंटाइन कर दिया गया है. कुलपति डॉक्टर ओपी कालरा ने स्टेट नोडल अधिकारी का चार्ज डॉ. वीके कत्याल को दिया है.
कोरोना कंफर्म मरीजों को ट्रॉमा सेंटर में किया जाएगा भर्ती
पीसीसीएम विभाग के सहायक आचार्य डॉ. मंजूनाथ ने गुरुवार को विजय पार्क में संपर्क में आए लोगों के सैंपल लिए. डीएमएस डॉक्टर संदीप ने बताया कि कोरोना के कंफर्म मरीजों को सीधा ट्रॉमा सेंटर में भर्ती किया जाएगा. वहीं पीजीआईएमएस के सी-ब्लॉक में अब सिर्फ आपातकाल विभाग से रेफर, पीजीआई के वार्ड से रेफर व फ्लू क्लीनिक से रेफर मरीज का ही सैंपल लिया जाएगा. इसके अलावा, किसी भी कोरोना संदिग्ध व्यक्ति का अब से सी-ब्लॉक में सैंपल नहीं लिया जाएगा.
किन 41 लोगों को किया गया क्वारंटाइन
जनसंपर्क विभाग के इंचार्ज डॉ. वरुण अरोड़ा ने बताया कि पीजीआईएमएस के क्वारंटाइन किए गए 41 लोगों में स्टाफ में पीसीसीएम विभाग के दो चिकित्सक, 5 कर्मचारी व 2 बीयरर शामिल हैं.
बेहोशी विभाग के 14 चिकित्सक, चिकित्सा अधीक्षक विभाग से 3 चिकित्सक व कर्मचारी, निदेशक कार्यालय से 2 चिकित्सक व 6 कर्मचारी, माइक्रोबायोलॉजी विभाग से 5 चिकित्सक, कुलपति कार्यालय से 3 चिकित्सक व कर्मचारी, कंट्रोल रूम से तीन चिकित्सक व स्टाफ को क्वारंटाइन किया गया है.